कहा जाता हैं कि प्रदोष का व्रत रखने वालों को 2 गायों के दान करने तुल्य पुण्यफल मिलता हैं । प्रदोष व्रत के बारे शास्त्रों में कथा आती हैं की एक दिन जब चारों दिशाओं में अधर्म का बोलबाला नजर आयेगा, अन्याय और अनाचार अपना चरम सीमा पर होगा, व्यक्ति में स्वार्थ भाव बढ़ने लगेगा, और व्यक्ति सत्कर्म के स्थान पर छुद्र कार्यों में आनंद लेगा, और इस कारण ऐसे लोग जो पाप के भागी बनेंगे, अगर वे प्रदोष का व्रत करने के साथ भगवान शिवजी की विशेष पूजा करेगा उसके इस जन्म ही नहीं बल्कि अन्य जन्म- जन्मान्तर के पाप कर्म भी नष्ट हो जाते हैं औऱ उत्तम लोक की प्राप्ति के साथ मोक्ष की प्राप्ति होती है ।
प्रदोष व्रत के दिन करें यह उपाय
जीवन के सभी पापों के नाश के लिए 4 दिसंबर 2018 को पड़ने वाले प्रदोष व्रत के दिन सूर्यास्त के समय किसी शिवमंदिर में जाकर 251 बार महामृत्युंजय मंत्र का उच्चारण करते हुए केवल गंगाजल से अभिषेक करने के बाद 108 बिना खंडित बेलपत्र अर्पित करें । ऐसा करने से जाने अंजाने में हुये सभी तरह के पाप कर्मों के फल से मुक्ति मिल जाती हैं । उक्त पूजा करने के बाद ऋतुफल का भोग शिवजी को लगायें, एक श्रीफल भेट करने के बाद लेटकर दण्वत प्रणाम करते हुए समस्त पाप कर्मों की मुक्ति की प्रार्थना भी करें । पूजन के बाद मंदिर से बाहर निकले पर कोई दरिद्र मिल जाये तो उन्हें कुछ न कुछ दान अवश्य करें । इससे आपकी मनोकामनाएं भी पूरी जाती हैं ।