केकः बर्थडे हो या कोई और पार्टी आजकल बिना केक के अधूरी है, आजकल यह हमारी परंपरा का हिस्सा बन गया है, लेकिन आप शायद ही जानते होंगे कि यूनानी लोग इस केक का इस्तेमाल गुडलक के लिए भी करते हैं। यूनानी लोग न्यू ईयर की शाम को बादाम की टॉपिंग वाले केक को सिक्के या किसी छोटे गहने के साथ बेक (New Year Good Luck Traditions) करते हैं, उनका मानना है कि जो भी शख्स इस केक की स्लाइस सिक्के से खाता है, उसका गुडलक साल भर उसके साथ (New Year 2023 Goodluck) रहता है।
नूडल्सः चीन और जापान के लोग न्यू ईयर के पहले दिन नूडल्स जरूर खाते हैं, परंपरा ( New Year Traditions) के मुताबिक लोगों को नूडल्स तोड़े बिना निगलना पड़ता है। परंपरा के मुताबिक इंसान को न्यू ईयर गुडलक चाहिए तो उसे ये नूडल्स मुंह में रखने के बाद बिना तोड़े खाना पड़ता है। इसे कई जगहों पर नूडल्स की लंबाई को लंबी उम्र से भी जोड़कर देखा जाता है।
दालः इटली में आधी रात को सॉस के साथ दाल खाने की परंपरा है। मान्यता है कि न्यू ईयर के दिन इसे खाने से पूरे वर्ष भर समृद्धि बनी रहेगी। वहीं अमेरिका में लोग गुडलक के लिए न्यू ईयर (Good Luck For New Year) की शाम लोभिया खाते हैं।
फलः स्पेन और मैक्सिकों में साल को शुभ बनाने के लिए न्यू ईयर की मध्यरात्रि फल खाने का रिवाज है। यहां के लोग 12 महीनों को अच्छा बनाने के लिए 12 अंगूर के दाने खाते हैं। ग्रीस में अनार के बीज को उत्पादकता, जीवन और संपन्नता का प्रतीक माना जाता है, इसलिए इस दिन शाम को लोग अनार के कुछ दाने जरूर खाते हैं। इसी तरह फिलीपिंस के लोग पूरे साल गुडलक के लिए तरबूज जैसा गोल फल खाते हैं।
हरी सब्जीः हरी सब्जी भी गुडलक बना सकती है, आपने सोचा नहीं होगा। लेकिन डेनमार्क के लोग ऩ्यू ईयर की शाम दालचीनी और शुगर के साथ केल का सेवन करते हैं। अमेरिका में भी कई लोग न्यू ईयर की शाम केल पकाकर खाते हैं। यहां ऐसी मान्यता है कि इस दिन आप जितनी हरी चीजें खाएंगे, उससे उतना ही भाग्य का साथ मिलेगा।
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मछलीः भारत के कई प्रांतों में मछली खाना वैसे भी जीवन का हिस्सा है, यह संपन्नता का प्रतीक मानी जाती है। बताते हैं कि मछलियां आगे की ओर तैरती हैं, इसकी चमकीली त्वचा चांदी का प्रतीक मानी जाती है। इसलिए यह लकी फूड माना जाता है, जर्मनी में लोग गुडलक के लिए मछली की त्वचा वॉलेट में रखते हैं, जापान के लोग लंबी उम्र और समृद्धि के लिए मछली का सेवन करते हैं। कुछ जगहों पर एक वर्ष के अंत और दूसरे की शुरुआत के प्रतीक के रूप में पूरी मछली परोसी जाती है।
मछलीः भारत के कई प्रांतों में मछली खाना वैसे भी जीवन का हिस्सा है, यह संपन्नता का प्रतीक मानी जाती है। बताते हैं कि मछलियां आगे की ओर तैरती हैं, इसकी चमकीली त्वचा चांदी का प्रतीक मानी जाती है। इसलिए यह लकी फूड माना जाता है, जर्मनी में लोग गुडलक के लिए मछली की त्वचा वॉलेट में रखते हैं, जापान के लोग लंबी उम्र और समृद्धि के लिए मछली का सेवन करते हैं। कुछ जगहों पर एक वर्ष के अंत और दूसरे की शुरुआत के प्रतीक के रूप में पूरी मछली परोसी जाती है।
अनाजः भारत में हर धार्मिक कार्यक्रम में चावल का इस्तेमाल होता है, इसे नकारात्मकता दूर करने में सक्षम माना जाता है। न्यू ईयर की शाम स्वीडेन और फिनलैंड में चावल की पुडिंग को लकी डेजर्ट के रूप में खाया जाता है। वहीं कुछ लैटिन देशों में चावल और फलीदार चीजों का सेवन किया जाता है।