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Margashirsha Kalashtami: कालाष्टमी पर काल भैरव को चढ़ाएं ये चीज, पूरी होगी हर मनोकामना

Margashirsha Kalashtami: मार्गशीर्ष कालाष्टमी व्रत जीवन के समस्त दुखों को समाप्त करने वाला माना जाता है। यह व्रत हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी को भगवान शिव के अवतार भगवान भैरव को समर्पित है।

जयपुरNov 20, 2024 / 11:39 am

Sachin Kumar

यहां जानिए कैसे करें काल भैरव पूजा।

Margashirsha Kalashtami: कालाष्टमी का दिन भगवान भैरव को समर्पित होता है। मार्गशीर्ष मास की कालाष्टमी का विशेष महत्व है। क्योंकि इसे साल के सबसे शुभ कालाष्टमी तिथियों में से एक माना जाता है। इस दिन भैरव बाबा की पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और जीवन में सकारात्मकता का संचार होता है। आइए जानते हैं इस पवित्र दिन पर भैरव देव क्या चीज अर्पित करें?

काल भैरव को सुपारी चढ़ाएं (Kal Bhairav Ko Supari Chadaen)

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार सुपारी को शुभ माना गया है। इसलिए कालभैरव बाबा को सुपारी चढ़ानी चाहिए। मान्यता है कि जब व्यक्ति कालभैरव को सुपारी चढ़ाता है। उसके जीवन में आ रही बाधा दूर होती हैं और सफलता प्राप्त होती है।

काले वस्त्र और नारियल करें अर्पित ( Kale Vastra Aur Nariyal Karen Arpit)

काल भैरव काले वस्त्र और नारियल से बहुत प्रसन्न होते हैं। भैरव बाबा ऐसा करने वाले भक्तों के साथ-साथ उनके पूरे परिवार की रक्षा करते हैं। इसलिए कालभैरव बाबा को काले वस्त्र और नारियल अर्पित करने से उत्तम परिणाम प्राप्त होते हैं और सभी कार्यों में सफलता मिलती है।

पान का भोग लगाएं (Pan ka BHog Lagaen)

कालभैरव को समय के अनुसार किए गए कार्यों के रूप में पूजा जाता है। साथ ही यह विश्वास है कि वे अपने भक्तों के दुखों को हर लेते हैं। माना जाता है कि कालभैरव बाबा को पान का भोग लगाने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। सभी कार्यों में सफलता मिलती है।

काल भैरव को लौंग अर्पित करें (Kal Bhairav Ko Long Arpit karen)

यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में ग्रहदोष है। ऐसे जातक को कालाष्टमी के दिन कालभैरव बाबा को लौंग अर्पित करना चाहिए। कहा जाता है कि कालभैरव को लौंग चढ़ाने से बुरी नज़र और असुरक्षा के भय से मुक्ति मिलती है।

काले तिल करें अर्पित (Kale Til Karen Arpit)

मान्यता है कि कालभैरव को काले तिल अर्पित करने से ग्रह दोष और नकारात्मक ऊर्जा नष्ट जाती है। बिगड़े हुए और रुके हुए कार्य बनते हैं। कालाष्टमी के दिन पर बाबा भैरव को प्रसन्न करने का यह अच्छा और शुभ तरीका माना जाता है।

कालाष्टमी का महत्व (Kalashtami Mahatva)

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कालाष्टमी तिथि भगवान भैरव की आराधना और तांत्रिक उपायों के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है। इस दिन बाबा भैरव के साथ माता दुर्गा और भगवान शिव का भी पूजन किया जाता है। यह दिन ऐसे लोगों के लिए खास माना जाता है जो अपने जीवन से संकटों को दूर करना चाहते हैं।
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डिस्क्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारियां पूर्णतया सत्य हैं या सटीक हैं, इसका www.patrika.com दावा नहीं करता है। इन्हें अपनाने या इसको लेकर किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले इस क्षेत्र के किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

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