ज्योतिषाचार्य पं. अरविंद तिवारी ने पत्रिका डॉट कॉम को बताया जब किसी लड़के या लड़की की कुंडली में पहले, चौथे, सातवें, आठवे या बारहवे भाव में मंगल ग्रह हो तो ऐसे लोग मांगलिक कहलाते है, और उनकी कुंडली में मंगल दोष पाया जाता है । अगर किसी मांगलिक का विवाह मांगलिक कुंडली वाले से हो जाये तो उतनी परेशानी नहीं होती लेकिन अगर विपरीत से हो जाये तो दोनों के वैवाहिक जीवन में असंतोष, संतान उत्पन्न में परेशानी, महत्वाकांक्षाओं का बढ़ना, तलाक होने तक की नौबत आ जाती है । कभी कभी तो जिन्दगी भर के लिए दोनों को अलग हो जाना पड़ता है । इसलिए अधिकतर विवाह मंगल दोष को कुछ उपायों से दूर करके ही फिर विवाह किया जाता है ।
अगर किसी ने विवाह से पूर्व कुंडली मिलान नहीं किया है और उन्हें विवाह के बाद पता चले की उनका जीवनसाथी मांगलिक है, उसकी कुंडली में मंगल दोष है तो ऐसे लोगों को जल्दी ही ये कुछ खास उपाय कर लेना चाहिए । ये उपाय इतने पावरफूल हैं की इनकों करने के बाद मंगल दोष के कारण होने वाली सभी परेशानियां खत्म हो जाती हैं।
ये पावरफूल उपाय करेंगे दूर मांंगलिक दोष
1- मांगलिक दोष की शांति के लिए मंगल ग्रह को शांत करने के लिए भगवान श्री मंगलनाथ जी या फिर भगवान अंगारेश्वर की विशेष भात पूजा करने से मंगल दोष से प्रभावित लोगों को शीघ्र ही लाभ मिलने लगता हैं ।
2- अगर विवाह के बाद पता चले की आपके जीवनसाथी की कुंडली में मांगलिक दोष है और जिसके कारण आपके सुखी वैवाहिक जीवन में परेशानियां आ रही हो तो प्रति मंगलवार के दिन किसी प्राचीन शिवालय में जाकर शिवलिंग पर सवा किलो लाल मसूर की दाल चढ़ाएं । मंगल की पूजा शिवलिंग के रूप में की जाती है और मसूर की दाल मंगल ग्रह का अन्न है । इसलिए विवाह से संबंधित परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव के साथ माता पार्वती की विशेष आराधना उपासना करने से मंगल दोष खत्म हो जाते और टूटने की कगार पर खड़े पति – पत्नी दोनों को ही ये उपाय करना चाहिए । मांगलिक व्यक्ति मंगल का रत्न मूंगा धारण करने से मंगल ग्रह के सभी दोष दूर होते हैं और जीवन सुखमय बन जाता हैं ।