तीन जून (सोमवार) को महासंयोग बन रहा है। बताया जा रहा है कि 149 साल बाद एक साथ तीन पर्व मनाया जाएगा। तीन जून को सोमवती अमावस्या, वट सावित्री व्रत और शनि जयंती मनेगी। कहा जा सकता है कि इस दिन सभी राशियों के जातक अपनी परेशानियों से मुक्ति के लिए पूजा कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि इस दिव विशेष पूजा करने से सभी राशियों के जातक को विशेष लाभ मिलेगा।
सोमवार को पड़ने वाले पर्व… सोमवती अमावस्या दरअसल, सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं। तीन जून को सोमवती अमावस्या है। सोमवती अमावस्या सूर्योदय से दोपहर 3.27 तक रहने की संभावना है। सोमवार का दिन भगवान चंद्रमा को समर्पित है। इस दिन महिलाएं पतियों की दीर्घायु की कामना करती हैं।
शनि जयंती तीन जून को शनि जयंती भी मनाई जाएगी। हिन्दू शास्त्रों के अनुसार, शनिदेव जातक को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। इस दिन काला, कपड़ा, लोहा, काले तील, उड़त, तेल आदि के साथ शनिदेव को फूल माला चढ़ाएं। इस दिन दीपक जलाकर ऊं शं शनिश्चराय नम: मंत्र के साथ पूजा पाठ करें। इस शनिदेव के प्रसन्न करने के लिए भगवान हनुमान का उपासना करना चाहिए।
वट सावित्री हिन्दू शास्त्रों के अनुसार, इसी दिन सावित्री अपने पति सत्यवान के प्राण यमराम से बचाईं थीं। माना जाता है कि यही कारण है कि आज के दिन महिलाएं वट वृक्ष में कच्चा सूत लपेटती हैं और वट का 108 बार परिक्रमा करती हैं। कहा इस दिन महिलाएं अखंड सौभाग्य एवं सुख समृद्धि की कामना करती हैं।