13 जनवरी 2025 से भव्य महाकुंभ मेले की शुरुआत होन वाली है। यह मेला विशाल मेला महाशिवरात्रि 26 फरवरी तक चलेगा। जिसको लेकर संतों ने महाकुंभ में अपना आगमन शुरु कर दिया है। जिसमें राधे पुरी बाबा अपनी कठोर योग साधना के लिए चर्चाओं में बने हुए हैं। बाबा राधे पुरी जूना अखाड़े के संतों में से एक हैं, जो मध्य प्रदेश के उज्जैन के रहने वाले हैं।
साल 2011 में लिया था प्रण
दावा है कि राधे पुरी बाबा ने साल 2011 से विश्व कल्याण के लिए एक कठोर तप का प्रण लिया है। जिसमें उन्होंने 14 साल से अपना दायां हाथ ऊपर उठा रखा है। धार्मिक मान्यता है कि इस योग को हठ योग कहा जाता है।
संतों के बीच राधे पुरी बाबा की अलग पहचान
जैसा कि तस्वीर को देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि राधे पुरी बाबा का पूरा हाथ रक्त संचार नहीं होने के कारण सूख गया है। जिससे पांचों अंगुलियों सहित पूरा हाथ सुन्न पड़ गया है। उंगलियों के नाखून काफी बड़े हो गए हैं। कई बार यह खुद टूट कर गिरने लगते हैं। 14 साल से लगातार हाथ उठाकर रखने की इस हठ योग साधना से बाबा के दृढ़ संकल्प का पता चलता है। राधे पुरी बाबा की इस कठोर तपस्या ने उनकी अन्य संतों के बीच में अलग पहचान बना दी है।