वहीं चूंकि भगवान शिव शनि देव के गुरु हैं और शनि न्याय के देवता है, ऐसे में स्वयं भगवान शंकर भी प्रणियों को उनकी गलतियां सुधारने सहित उनके भविष्य में उनके अच्छे कर्मों के चलते आने वाली तरक् की सहित कई तरह के खास संकेत भी देते हैं।
भक्ति के इस माहौल में जहां कई बार आध्यात्मिकता से संबंध रखने वाले इन संकेतों को पहचान जाते हैं, तो वहीं अधिकांश लोग इसे समझ ही नहीं पाते और नजरअंदाज करने को मजबूर हो जाते हैं।
चूंकि आज मंगलवार 4 जुलाई से सावन शुरु हो चुका है, ऐसे में कई ज्योतिष के जानकारों का मानना है कि भगवान शिव की ओर से मुख्य रूप से संकेत आज से सावन के समापन गुरुवार, 31 अगस्त यानि सावन की पूर्णिमा तक ही मिलेंगे। वहीं इसके बीच में अधिकमास भी होगा, ये संकेत उस समय कुछ हल्के हो सकते हैं। जानकारों के अनुसार दरअसल भगवान शिव की ओर से ये संकेत स्वप्र के दौरान दिए जाते हैं।
– सावन में स्वप्न के दौरान भगवान शिव के दर्शन अत्यंत शुभ संकेत हंै, मान्यता के अनुसार इसका अर्थ है कि जल्द ही आपके जीवन में तरक् की और उन्नति आने वाली है। यह सपना आपको जब भी आए उसी दिन से शिवलिंग पर नियमित रूप से जल अर्पित करना चाहिए।
– सावन के महीने में सपने में गंगा की धार दिखाने का अर्थ ये है कि आप स्वभाव से बेहद सात्विक और पवित्र हैं। वहीं स्वप्न में गंगा का दिखना जल्द ही धनवान बनने का संकेत भी होता है। कहा जाता है सावन में गंगा को देखने वाला व्यक्ति सामान्य श्रेणी का नहीं रहता।
– सावन में सपने में सांप या नाग-नागिन का जोड़ा देखना भी अत्यधिक खास माना जाता है। जिस किसी को सावन के दौरान ये नजर आते हैं माना जाता है कि उसके साथ जल्द ही कुछ विशेष होना है।
नाग-नागिन का जोड़े को सावन माह या किसी सोमवार के दिन दिखाने के संबंध में ये भी मान्यता है तो कि ऐसे व्यक्ति का विवाहित जीवन काफी खुशगवार होने वाला है।
वहीं सावन के दौरान सपने में मेंढक को बोलते और मछलियों को पानी में तैरता देखना भी विशेष माना जाता है। इसे लेकर मान्यता है कि इस सपने को देखने वाले व्यक्ति का जीवन जल्दी ही सुधरने के साथ ही उसकी किसमत भी चमकने वाली है। यहां तक की मेंढक का बोलना शुद्धता और मछलियों का तैरना धनागमन की निशानी भी माना जाता है।