यह भी पढ़ेः ऐसे करें दीवाली पर लक्ष्मी-गणेश पूजन, घर आएंगी सुख-समृद्धि यह भी पढ़ेः दीपावली की रात को किए जाते हैं ये 11 अचूक टोने-टोटके दीपावली के शुभ दिन पूजन के लिए किसी चौकी या कपड़े के पवित्र आसन पर गणेश जी के दाहिने तरफ माता महालक्ष्मी को स्थापित करें। पूजा स्थान को पवित्र कर स्वयं भी पवित्र होकर श्रद्धा-भक्तिपूर्वक सायंकाल शुभ मुहूर्त में इनका पूजन करें। सर्वप्रथम पूर्व या उत्तराभिमुख हो आचमन, पवित्री धारण, मार्जन-प्राणयाम कर अपने और पूजा सामग्री के ऊपर गंगाजल युक्त जल छिडक़ें।
तत्पश्चात् मां लक्ष्मीजी के चित्र को पुष्प माला पहनाकर, धूप, दीप, अगरबत्ती और शुद्ध घी के पांच और अन्य सरसों के तेल के दीपक जलाएं। जल से भरे कलश पर मोली बांधकर रोली से स्वास्तिक का चिह्न अंकित करें। फिर गणेश-लक्ष्मी का तिलक करें। मूर्तिमयी महालक्ष्मी के पास ही किसी पवित्र पात्र में केसरयुक्त अष्टदल कमल बनाकर उस पर द्रव्य-लक्ष्मी को भी स्थापित करके एक साथ ही दोनों की पूजा करें। घर में जिस स्थान पर रुपए या आभूषण रखते हों उस स्थान पर भी घी का दिया जलाएं। दीपावली की रात श्री सूक्त, लक्ष्मी सूक्त, लक्ष्मी स्त्रोत, कनकधरा स्त्रोत के पाठ करें।
दीवाली पूजा पर लक्ष्मी आह्वान के पूजन मंत्र
महालक्ष्मी मंत्र: ॐ हिरण्यवर्णां हरिणीं सुवर्णरजतस्त्रजाम्। चन्द्रां हिरण्यमयीं लक्ष्मीं जातवेदो म आ वह।।
ॐ महालक्ष्म्यै नम:। ध्यानार्थे पुष्पाणि समर्पयामि। आह्वान मंत्र
सर्वलोकस्य जननीं सर्वसौख्यप्रदायिनीम्। सर्वदेवमयीमीशां देवीमावाहयाम्हम।।
ॐ तां म आ वह जातवेदो लक्ष्मीमनपगामिनीम्। यस्यां हिरण्यं विन्देयं गामश्वं पुरुषानहम्।।
ॐ महालक्ष्म्यै नम:। महालक्ष्मीमावाहयामि, आवाहनार्थे पुष्पाणि समर्पयामि।
महालक्ष्मी मंत्र: ॐ हिरण्यवर्णां हरिणीं सुवर्णरजतस्त्रजाम्। चन्द्रां हिरण्यमयीं लक्ष्मीं जातवेदो म आ वह।।
ॐ महालक्ष्म्यै नम:। ध्यानार्थे पुष्पाणि समर्पयामि। आह्वान मंत्र
सर्वलोकस्य जननीं सर्वसौख्यप्रदायिनीम्। सर्वदेवमयीमीशां देवीमावाहयाम्हम।।
ॐ तां म आ वह जातवेदो लक्ष्मीमनपगामिनीम्। यस्यां हिरण्यं विन्देयं गामश्वं पुरुषानहम्।।
ॐ महालक्ष्म्यै नम:। महालक्ष्मीमावाहयामि, आवाहनार्थे पुष्पाणि समर्पयामि।
श्रीमहाकाली मंत्र
काली काली महाकाली कालिके परमेश्वरी। सर्वानंदकरे देवि नारायणि! नमोस्तुते।। सरस्वती मंत्र
ॐ ह्नीं ह्नीं ह्नीं ॐ सरस्वत्यै नम:।। कुबेर मंत्र
धनाध्यक्ष देवाय नरयानोपवेशिने।
नमस्ते राजराजाय कुबेराय महात्मने।। कर्ज मुक्ति के लिए
मंगलो भूमिपुत्रश्च ऋणहर्ता धनप्रद। स्थिरासनो महाकाय: सर्वकाम विरोधक:।।
काली काली महाकाली कालिके परमेश्वरी। सर्वानंदकरे देवि नारायणि! नमोस्तुते।। सरस्वती मंत्र
ॐ ह्नीं ह्नीं ह्नीं ॐ सरस्वत्यै नम:।। कुबेर मंत्र
धनाध्यक्ष देवाय नरयानोपवेशिने।
नमस्ते राजराजाय कुबेराय महात्मने।। कर्ज मुक्ति के लिए
मंगलो भूमिपुत्रश्च ऋणहर्ता धनप्रद। स्थिरासनो महाकाय: सर्वकाम विरोधक:।।
बलबर्धन के लिए इंद्र का मंत्र:
ऐरावत समांरुढ़ो बज्रहस्तो महाबल:।
शतयज्ञाभिदो देवस्तस्मादिन्द्राय ते नम:।। गणेशजी की आरती गणेश जी की आरती (Ganesh Aarti in Hindi) जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ॥ जय…
ऐरावत समांरुढ़ो बज्रहस्तो महाबल:।
शतयज्ञाभिदो देवस्तस्मादिन्द्राय ते नम:।। गणेशजी की आरती गणेश जी की आरती (Ganesh Aarti in Hindi) जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ॥ जय…
एक दंत दयावंत चार भुजा धारी।
माथे सिंदूर सोहे मूसे की सवारी ॥ जय… अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥ जय… पान चढ़े फल चढ़े और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे संत करें सेवा ॥ जय…
माथे सिंदूर सोहे मूसे की सवारी ॥ जय… अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥ जय… पान चढ़े फल चढ़े और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे संत करें सेवा ॥ जय…
‘सूर’ श्याम शरण आए सफल कीजे सेवा
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ॥ जय… लक्ष्मीजी की आरती (Laxmi Mata Aarti in Hindi) महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं सुरेश्र्वरी |
हरिप्रिये नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं दयानिधे ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता |
तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता ॥
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ॥ जय… लक्ष्मीजी की आरती (Laxmi Mata Aarti in Hindi) महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं सुरेश्र्वरी |
हरिप्रिये नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं दयानिधे ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता |
तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता….
उमा ,रमा,ब्रम्हाणी, तुम जग की माता |
सूर्य चद्रंमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता….
दुर्गारुप निरंजन, सुख संपत्ति दाता |
जो कोई तुमको ध्याता, ऋद्धि सिद्धी धन पाता ॥
उमा ,रमा,ब्रम्हाणी, तुम जग की माता |
सूर्य चद्रंमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता….
दुर्गारुप निरंजन, सुख संपत्ति दाता |
जो कोई तुमको ध्याता, ऋद्धि सिद्धी धन पाता ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता….
तुम ही पाताल निवासनी, तुम ही शुभदाता |
कर्मप्रभाव प्रकाशनी, भवनिधि की त्राता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता….
जिस घर तुम रहती हो, ताँहि में हैं सद् गुण आता|
सब सभंव हो जाता, मन नहीं घबराता॥
तुम ही पाताल निवासनी, तुम ही शुभदाता |
कर्मप्रभाव प्रकाशनी, भवनिधि की त्राता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता….
जिस घर तुम रहती हो, ताँहि में हैं सद् गुण आता|
सब सभंव हो जाता, मन नहीं घबराता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता….
तुम बिन यज्ञ ना होता, वस्त्र न कोई पाता |
खान पान का वैभव, सब तुमसे आता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता….
शुभ गुण मंदिर सुंदर क्षीरनिधि जाता|
रत्न चतुर्दश तुम बिन ,कोई नहीं पाता ॥
तुम बिन यज्ञ ना होता, वस्त्र न कोई पाता |
खान पान का वैभव, सब तुमसे आता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता….
शुभ गुण मंदिर सुंदर क्षीरनिधि जाता|
रत्न चतुर्दश तुम बिन ,कोई नहीं पाता ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता….
महालक्ष्मी जी की आरती ,जो कोई नर गाता |
उँर आंनद समाा,पाप उतर जाता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता….
स्थिर चर जगत बचावै ,कर्म प्रेर ल्याता |
रामप्रताप मैया जी की शुभ दृष्टि पाता ॥
महालक्ष्मी जी की आरती ,जो कोई नर गाता |
उँर आंनद समाा,पाप उतर जाता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता….
स्थिर चर जगत बचावै ,कर्म प्रेर ल्याता |
रामप्रताप मैया जी की शुभ दृष्टि पाता ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता….
ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता |
तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता…
ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता |
तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता…