वहीं सावन के शुक्ल पक्ष का 16 अगस्त को ये दूसरा सोमवार होगा। ऐसे में इस दिन देश भर के विभिन्न शिवालयों में भक्तों के द्वारा भगवान शिव की विशेष पूजा व अर्चना की जाएगी। माना जाता है कि सावन के सोमवार को भगवान शिव को प्रसन्न करना सबसे आसान होता है। ऐसे में वे इस दिन अपने भक्तों पर अपनी विशेष कृपा करते हुए आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
पंडित सुनील शर्मा के अनुसार हिंदुओं में सावन को पूजा आदि कार्यों के लिए विशेष माह माना जाता है, वहीं ये भगवान शिव का प्रिय माह है। ऐसे में भगवान शिव के साप्ताहिक दिन सोमवार का इस दौर खास महत्व रहता है।
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ऐसे समझें सावन सोमवार को
पंडित शर्मा के मुताबिक हिंदू पंचांग के अनुसार 16 अगस्त 2021 का सोमवार सावन 2021 का अंतिम सोमवार होने के साथ ही इस दिन सुबह 07:45 बजे तक सावन शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि भी रहेगी।
दरअसल सावन के आखिरी सोमवार का खास महत्व माना जाता है, मान्यता के अनुसार इस दिन व्रत रखते हुए भगवान शिव-शंकर की विधि पूर्वक पूजा करने से उपासक की हर मनोकामना पूर्ण होती हैं। वहीं इस बार इस दिन यानि सावन के अंतिम सोमवार के दिन वृश्चिक राशि में चंद्रमा विराजमान रहेगा, जबकि नक्षत्र अनुराधा नक्षत्र रहेगा।
शुभ व अशुभ समय
16 अगस्त 2021, सोमवार को जहां राहु काल पंचांग के अनुसार सुबह 07:29:12 बजे से सुबह 09:07:13 बजे तक राहु काल रहेगा। वहीं इस दिन अभिजीत मुहूर्त 11:58 AM से 12:50 PM तक रहेगा। वहीं अमृत काल मुहूर्त 05:15 PM से 06:45 PM तक रहेगा।
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पंडित शर्मा के अनुसार हिंदू पंचांग के मुताबिक सावन का महीना श्रावणी पूर्णिमा यानि रविवार, 22 अगस्त 2021 को समाप्त हो जाएगा। जिसके बाद 23 अगस्त 2021 से हिंदू पंचांग का छठवा महीना भाद्रपद मास शुरु हो जाएगा, जिसे भादो भी कहा जाता है। वहीं इससे पहले यानि 22 अगस्त को श्रावणी पूर्णिमा के दिन धनिष्ठा नक्षत्र है, वहीं इस दिन शोभन योग भी बना हुआ है।