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इस समय को खरमास कहा जाता है। इस वर्ष खरमास 13 दिसंबर 2019 से शुरू हो रहा है, जो अगले साल अर्थात 2020 में 14 जनवरी तक रहेगा। इस दौरान किसी भी तरह के मांगलिक कार्य नहीं किए जाएंगे। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दौरान शादी, सगाई, मुंडन, गृह प्रवेश और उपनयन संस्कार जैसे कार्य नहीं किए जाएंगे।
इस समय को खरमास कहा जाता है। इस वर्ष खरमास 13 दिसंबर 2019 से शुरू हो रहा है, जो अगले साल अर्थात 2020 में 14 जनवरी तक रहेगा। इस दौरान किसी भी तरह के मांगलिक कार्य नहीं किए जाएंगे। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दौरान शादी, सगाई, मुंडन, गृह प्रवेश और उपनयन संस्कार जैसे कार्य नहीं किए जाएंगे।
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माना जाता है कि इस दौरान इन कार्यों के करने से उनका वांछित फल प्राप्त नहीं होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 15 जनवरी 2020 को सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेगा। अर्थात मकर संक्रांति के दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण होता है और इस दिन से मांगलिक कार्य शुरू हो जाते है अर्थात देवताओं के दिन शुरू हो जाते हैं।
माना जाता है कि इस दौरान इन कार्यों के करने से उनका वांछित फल प्राप्त नहीं होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 15 जनवरी 2020 को सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेगा। अर्थात मकर संक्रांति के दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण होता है और इस दिन से मांगलिक कार्य शुरू हो जाते है अर्थात देवताओं के दिन शुरू हो जाते हैं।
क्यों नहीं होते मांगलिक कार्य? मान्यताओं के अनुसार, खरमास के दौरान सूर्य धनु राशि में होता है। धनु राशि में होने के कारण सूर्य की स्थिति कमजोर मानी जाती है। सूर्य की स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण इस दौरान शादी, सगाई जैसे मांगलिक कार्य नहीं किये जाते हैं। माना जाता है कि मांगलिक कार्य करने के लिए सूर्य की स्थित मजबूत होना बहुत जरूरी है। अगर खरमास के दौरान मांगलिक कार्य करते हैं तो उसका शुभ फल प्राप्त नहीं होता है।