इस दिन भगवान श्री गणेश जी की विधि विधान से पूजा करने के अलावा व्रत रखा जाता है। वहीं रात में चंद्रमा की पूजा और दर्शन किया जाता है। अखंड सौभाग्य का व्रत करवा चौथ भी इस दिन ही मनाया जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए और सुख-समृद्धि के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।
करवा चौथ के दिन महिलाएं चौथ माता की पूजा 16 शृंगार करके करती है, वहीं रात में चांद के दर्शन के पश्चात श्रीगणेश जी, भगवान शिव और देवी माता पार्वती की भी पूजा की जाती है।
पंडित सुनील शर्मा के अनुसार इस बार करवा चौथ पर कई शुभ संयोग में बन रहे हैं। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि रविवार, 24 अक्टूबर 2021 को पड़ रही है।
वहीं 5 साल बाद एक बार फिर करवा चौथ 2021 पर शुभ योग बन रहा है। ऐसे में इस बार करवा चौथ पर रोहिणी नक्षत्र में पूजन होगा, तो वहीं सूर्यदेव का दिन रविवार होने की कारण से भी व्रती महिलाओं को सूर्यदेव का आशीर्वाद भी मिलेगा।
इस दिन सुहागिन महिलाएं मां पार्वती से अखंड सौभाग्य की कामना करती हैं। वहीं इस दौरान करवे में जल भरकर कथा सुनी जाती है। महिलाएं सुबह सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक निर्जला व्रत रखती हैं और चंद्र दर्शन के बाद ही अपना व्रत खोलती हैं।
करवाचौथ व्रत के नियम काफी कठिन होते हैं। जानकारों के अनुसार करवाचौथ का व्रत बहुत ही सावधानी और नियम से करना होता है। चलिए जानते हैं व्रत के दिन किन बातों का खास ख्याल रखना अति आवश्यक होता है—
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करवा चौथ 2021 पूजा मुहूर्त
ज्योतिष के जानकारों के अनुसार इस साल कार्तिक कृष्ण की चतुर्थी तिथि रविवार, 24 अक्टूबर 2021 को 03:01 AM से शुरू होगी, जो कि सोमवार, 25 अक्टूबर 2021 को 05:43 AM तक रहेगी। वहीं इस बार रोहिणी नक्षत्र में चांद निकलेगा और पूजन होगा। इस दिन चांद निकलने का समय 8 बजकर 07 मिनट का है।
पंडित शर्मा के अनुसार जानकारों के अनुसार 2021 में करवा चौथ व्रत की पूजा के लिए शुभ समय (मुहूर्त) रविवार, 24 अक्टूबर को शाम के 05 बजकर 43 मिनट से 06 बजकर 59 मिनट तक रहेगा।
भूलकर भी न करें ये काम 1. कहते हैं कि व्रत की शुरुआत सूर्योदय के साथ होने के कारण इस दिन भूलकर भी देर तक नहीं सोया जाता। 2. भूरे और काले रंग के कपड़े पूजा-पाठ में पहनना अशुभ माना जाता है। माना जाता है ऐसे में इस दिन लाल रंग के कपड़े ही पहनें, क्योंकि लाल रंग प्यार का प्रतीक होने के चलते यह पति-पत्नी में आपसी प्रेम को और बढ़ाएगा।
4. सास द्वारा करवा चौथ पर दी गई सरगी शुभ मानी जाती है। व्रत शुरू होने से पहले सास अपनी बहू को कुछ मिठाइयां, कपड़े और शृंगार का समान देती है। इस दिन सूर्योदय से पहले ही सरगी का भोजन करें और फिर पति की लंबी आयु के लिए कामना करते हुए पूरे दिन निर्जला व्रत करें।
5. इस दिन व्रत करने वाली महिलाओं को अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना होता है। इस दिन घर में महिलाओं को किसी का भी अपमान नहीं करना चाहिए। साथ ही, पति के साथ भी प्यार से रहना चाहिए।
6. शास्त्रों में कहा गया है कि करवा चौथ व्रत के दिन पति-पत्नी के बीच झगड़ा होने पर व्रत का फल नहीं मिलता।
7. इस दिन सफेद चीजों का दान करने की मनाही होती है। अत: ऐसे में सफेद कपड़े, सफेद मिठाई, दूध, चावल, दही आदि भूलकर भी किसी को नहीं देना चाहिए।