कई बार समय काल के हिसाब से पूर्णिमा स्नान और पूर्णिमा दान का समय अलग हो जाता है। लेकिन वाराणसी के पुजारी पं. शिवम तिवारी का कहना है कि सावन पूर्णिमा व्रत और स्नान-दान एक ही दिन होगा। विशेष बात है पूर्णिमा सोमवार को पड़ रही है। साथ ही इस तिथि पर छह शुभ योग बन रहे हैं। आइए जानते हैं कि कब है सावन पूर्णिमा व्रत, स्नान-दान का समय और चंद्रमा का अर्घ्य समय क्या है…
कब है सावन पूर्णिमा (Kab hai Sawan Purnima)
सावन पूर्णिमा 2024 की शुरुआत सोमवार 19 अगस्त 2024 को सुबह 3.04 बजे से हो रही है, सावन पूर्णिमा तिथि का समापन 19 अगस्त रात 11.55 बजे तक है। उदया तिथि में सावन पूर्णिमा 19 अगस्त सोमवार को है। इसी दिन रक्षाबंधन भी है। इस साल रक्षाबंधन में राखी बांधने का समय 7 घंटा 34 मिनट है। वहीं 19 अगस्त को सावन पूर्णिमा का व्रत रखकर सत्यनारायण भगवान की पूजा की जाएगी, सुबह पवित्र नदियों में स्नान होगा और दान किया जाएगा। इस दिन चंद्रोदय सोमवार शाम 06:47 बजे होगा। ये भी पढ़ेंः रक्षाबंधन पर भद्रा का साया, जानें कब है राखी और रक्षाबंधन का सबसे अच्छा मुहूर्त
अन्य स्नान मुहूर्तः सुबह 05:53 बजे से सुबह 08:10 बजे
सावन पूर्णिमा पूजा शुभ मुहूर्तः सोमवार सुबह 05:53 बजे से सुबह 08:10 बजे तक
सावन पूर्णिमा स्नान मुहूर्त (Purnima snan muhurt 2024)
ब्रह्म मुहूर्तः सुबह सोमवार 04:25 बजे से सुबह 05:09 बजे तकअन्य स्नान मुहूर्तः सुबह 05:53 बजे से सुबह 08:10 बजे
सावन पूर्णिमा पूजा शुभ मुहूर्तः सोमवार सुबह 05:53 बजे से सुबह 08:10 बजे तक
सावन पूर्णिमा शुभ योग ( shravan purnima auspicious time)
शोभनः 20 अगस्त सुबह 12:47 बजे तक ( 19 अगस्त देर रात)सर्वार्थ सिद्धि योगः 19 अगस्त सुबह 05:58 बजे से सुबह 08:10 बजे तक
रवि योगः 19 अगस्त सुबह 05:58 बजे से सुबह 08:10 बजे तक
सिद्धि योगः 19 अगस्त सुबह 8.10 बजे तक
शुभ योगः 20 अगस्त सुबह 5.45 बजे तक
अमृत योगः पूरे दिन
सावन पूर्णिमा के दिन श्रवण नक्षत्र का समयः सोमवार सुबह 08:10 तक, इसके बाद से धनिष्ठा नक्षत्र शुरू हो जाएगा।
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