ध्यान रहे कि वर्तमान में जहां मकर पर शनि की साढे साती का अंतिम चरण, कुंभ पर साढे साती का द्वितीय चरण और मीन पर साढे साती का प्रथम चरण चल रहा है तो वहीं कर्क व वृश्चिक पर शनि की ढैय्या चल रही है। ऐसे में इस सावन का शनिवार इन राशि के जातकों के लिए अत्यधिक विशेष है।
पंडितों व ज्योतिष के जानकारों का मानना है कि दरअसल शनि के तमाम उपायों में सावन शनिवार का उपाय बेहद सटिक होते हैं, कारण यह है कि सावन भगवान शिव का महीना है और भगवान शिव ही शनिदेव के गुरु हैं। ऐसे में शनिवार को भगवान शिव की पूजा से तो शनि प्रसन्न होते ही है। साथ ही यदि भगवान शिव के साथ ही शनि की भी पूजा की जाए तो वे अत्यंत प्रसन्न होकर आशीर्वाद तक प्रदान करते हैं। यह भी मान्यता है कि सावन में शनि देव से जुडी समस्त समस्याएं भगवान शिव को प्रसन्न कर दूर की जा सकतीं हैं।
ऐसे में सावन के शनिवार में कुछ खास उपायों की मदद से शनि के दोषों से निजाद पाई जा सकती है। तो चलिए जानते हैं वे उपाय जिनकी मदद से शनि के प्रकोप को कम करते हुए उन्हे प्रसन्न कर उनकी कुद्रष्टि से बचा जा सकता है। लेकिन पहले ये जान लें कि आखिर इस सावन मे शनिवार किस किस तारीख को पड रहे हैं-
साल 2023 के सावन शनिवार-
साल 2023 में के सावन में कुल 4 शनिवार पड रहे हैं। इनमें से पहला शनिवार 08 जुलाई को है, तो वहीं दूसरा शनिवार 15 जुलाई को है। इसके पश्चात अधिकमास के पश्चात तीसरा शनिवार 20 अगस्त व चौथा शनिवार 27 अगस्त को पड रहा है।
तो चलिए अब जानते हैं सावन में शनिवार के विशेष उपाय
1. सावन शनिवार के दिन भगवान शिव की पूजा के दौरान शनि के प्रिय गहरे नीले रंग वस्त्र पहनना चाहिए, मान्यता है कि ऐसा करने से शनि प्रसन्न होते है, जिससे उनके दोष से मुक्ति प्राप्त होती है।
. इसके अलावा सावन शनिवार को शनिदेव मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से करना विशेष माना गया है। कहा जाता है कि ऐसा करने से भी शनि के दोष से मुक्ति छुटकारा मिलता है।
3. सावन में शनिवार के दिन सरसों के तेल का दीपक पीपल के पेड़ के नजदीक जलाने से भी शनि दोष के शमन की मान्यता है। इसके अलावा दीपक लगाने के साथ ही इस दिन पीपल पर जल चढ़ाने के पश्चात उसकी सात बार परिक्रमा को भी विशेष माना गया है।
4. सावन शनिवार के दिन शिवलिंग के जलाभिषेक के लिए लाए गए जल में काला तिल डालने से भगवान शिव के साथ ही शनि देव की कृपा भी भक्त पर होती है।