शत्रुओं से मुक्ति
विघ्नहर्ता श्रीगणेश का अत्यंत पावरफूल मंत्र हैं – ऊँ गं गणपतये वरवरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा ।। गणेश चतुर्थी के दिन किसी प्राचीन गणेश मंदिर में जाकर इस मंत्र का कम से कम एक हजार बार जप करने से कितना ही खतरनाक शत्रु क्यों न हो या तो वह मित्र बन जायेगा या हमेशा के उससे मुक्ति मिल जायेगी । मंत्र जप पूरा होने के बाद गणेश प्रतिमा के सामने 21 मखाने रखकर उपरोक्त गणेश मंत्र को पुन: 24 बार मध्यम स्वर में उच्चारण करते हुए एक मखाने चढ़ाते चलें, ऐसा करने से बहुत जल्द प्रतिद्वन्दी शत्रु धूल चाटते नजर आएंगे ।
मनचाही दुल्हन
अगर कोई किसी से प्रेम करता हैं और उससे शादी करना चाहते है परन्तु किसी अन्य व्यक्ति, या कारण के चलते विवाह नहीं हो पा रहा हैं तो, गणेश चतुर्थी के दिन इस टोटके को करने से मनचाही लड़की से विवाह हो जायेगा । गणेश चतुर्थी के दिन रात को 10 से 12 बजे के बीच अपने प्रेमी या प्रेमिका की फोटो पर अपने अंगूठे के बराबर मिट्टी या चांदी के गणेश जी की प्रतिमा रखकर लगातार तीन दिनों तक इस गणेश मंत्र- ऊँ गं गणपतये वरवरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा, की 11 माला तुलसी की माला से जप करें । फिर चतुर्दशी के दिन दोपहर में प्रेमिका की फोटो के पैरों से नीचे उसका नाम लिखे एवं किसी प्राचीन गणेश मंदिर में जाकर जमीन में दफना दे, ऐसा करने से प्रेम विवाह में आ रही समस्याएं तुरंत ही समाप्त हो जाएंगी, मनचाही लड़की से विवाह हो जायेगा ।