ऐसे में शनिदेव के न्याय देवता होने के चलते कई लोगों पर इनके दंड का प्रभाव इन्हें क्रूर ग्रहों की श्रेणी में ले आता है। ऐसे में अधिकांश लोग शनि की दशा आने के बारे में सुनते ही तनाव में आ जाते हैं। भले ही यह भी माना जाता है कि शनि सदाचार वाले जातक को कभी परेशान नहीं करते तथापि थोड़ी सी भी गलती का विधान के अनुसार कड़ा दंड देते हैं।
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ऐसे में लोग जाने अनजाने में हुई गलती के चलते शनि के दंड से डर कर दुख और भय से ग्रसित हो जाते हैं। वैसे तो माना जाता है कि शनि कभी भी बिना दंड दिए किसी को माफ नहीं करते, लेकिन यदि आपसे अनजाने में कोई गलती हुई है या किसी छोटी सी गलती का बड़ा दंड मिलने का डर है, तो माना जाता है कि शनि के इस तकलीफ के प्रभाव को हनुमानजी कम करते हैं।शिव पुराण के अनुसार हनुमान जी को ग्यारवां रूद्र माना जाता है और शनिदेव भगवान शंकर के परम भक्त भी हैं। भगवान शंकर ने ही शनि देव को संसार का न्यायाधीष होने का कार्य दिया है, परंतु न्याय करते समय शनि देव व्यक्ति के कर्म अनुसार उससे अत्यधिक पीड़ित कर देते हैं।
हर किसी को अपने जीवन में किसी न किसी तरह बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन समस्याओं से आपको निजात भगवान हनुमान और शनि देव दिलाते है क्योंकि इनकी साधना अति सरल और सुगम है चूंकि हनुमानजी बाल ब्रह्मचारी हैं इसलिए इनकी साधनाओं में ब्रह्मचारी व्रत अवश्य लेना चाहिए।
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शनिदोष का ऐसे निवारण करते हैं हनुमान जी…
जानकारों के अनुसार हिंदू-धर्म ग्रंथों के मुताबिक शनिदेव ने हनुमान जी को एक बार वचन देते हुए कहा था कि जो इंसान आपकी आराधना करेगा, उसकी मैं हमेशा रक्षा करुंगा। इसी वजह से हनुमान जी के भक्तों पर शनिदेव की भी कृपा बनी रहती हैं।
पं. शर्मा का कहना है कि मान्यता के अनुसार शनिदेव कभी भी हनुमानजी की पूजन करने वाले भक्तों का नुकसान नहीं करते हैं। ऐसे में हर शनिवार को श्री हनुमान जी की पूजा शनिदेव को भी प्रसन्न करती है। वहीं यदि आप मंदिर नहीं जा पा रहे हैं तो घर में ही श्री हनुमान का पूजन करें। सच्चे मन से आराधना करने पर श्री हनुमान जी जरुर प्रसन्न होते हैं और उनके भक्तों को हमेशा शुभ फल की प्राप्ति होती हैं।
हिंदू-धर्म ग्रंथों के अनुसार माना जाता है कि मंगलवार के दिन ही हनुमानजी का जन्म हुआ था। इसलिए इस दिन विशेष उपाय करने से हनुमानजी शीघ्र ही प्रसन्न हो जाते हैं, वहीं हनुमान के प्रसन्न होते ही ऐसे जातक पर शनिदेव भी अपनी कृपा बरसाते हैं। वहीं भगवान हनुमान की पूजा करते समय इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि जब हम उनकी पूजा करें तो सच्चे मन और पूरा श्रृद्धा, पवित्रता के साथ करें।
हनुमान जी को प्रसन्न करने का कोई भी उपाय शनिदेव को भी प्रसन्न करता है। हनुमान जी को प्रसन्न करने के उपायों को आप शनिवार व मंगलवार दोनों दिन कर सकती है। इन दोनों दिनों में शनि और हनुमान देवताओं की भक्ति के विशेष दिन माने गए हैं। इस दिन यह उपाय करने से दोनों ही देवताओं की कृपा आप पर बनी रहेगी।
: शनि की साढ़ेसती में हनुमान जी पर चमेली का तेल चढ़ाने से साढेसती में राहत मिलती है।
: 8 बरगद के पत्ते हनुमान जी पर काले धागे में पिरोकर चढ़ाने से शनि बाधा से मुक्ति मिलती है।
: हनुमान जी पर लौंग लगा पान का बीड़ा चढ़ाने से शनि द्वारा जनित दुर्भाग्य समाप्त होता है।
: हनुमान जी पर कागजी बादाम चढ़ाकर आधे बादाम काले कपड़े में बांधकर घर की दक्षिण दिशा में छुपा कर रखने से शनि का कोप शांत हो जाता है।
: शनिवार के दिन सूर्योदय के समय स्नान करने के बाद ‘श्री हनुमते नम:’ का मंत्र जाप करें।
: शनिवार को सुबह के समय तांबे के लोटे में जल और सिंदूर मिश्रित कर श्री हनुमान जी को अर्पित करें। लगातार दस शनिवार ऐसा करें और श्री हनुमान जी को गुड़ का भोग जरुर लगाएं।
: हर शनिवार को श्री हनुमान जी के चालीसा का पाठ जरुर करें।
: 10 शनिवार तक श्री हनुमान जी के मंदिर में या घर में श्री हनुमान जी के चित्र पर केले का प्रसाद चढ़ाएं।
: चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर श्री हनुमान जी को अर्पित करने से श्री हनुमान जी प्रसन्न होते हैं।
हनुमान जी और शनिदेव का शनिवार विशेष दिन…
धार्मिक मान्यता है कि शनिवार को हनुमानजी की पूजा करने से शनि की साढ़ेसाती से होने वाली समस्याओं से पूरी तरह से राहत मिलती हैं। राम भक्त बजरंगबली की शनिवार को पूजा से शनि के हर प्रकार के प्रकोप पर काबू हो जाता है। हनुमान जी की पूजा से सूर्य-मंगल के अवाला शनि की शत्रुता और योगों के कारण आई समस्याओं से भी राहत मिलती हैं।