होली की तिथिः पंचांग के अनुसार चैत्र कृष्ण प्रतिपदा तिथि की शुरुआत सात मार्च 6.10 पीएम से हो रही है और यह तिथि आठ मार्च 7.43 पीएम पर संपन्न हो रही है। इस तरह आठ मार्च को रंगों का त्योहार होली 2023 मनाया जाएगा।
विजय मुहूर्तः पंचांग के अनुसार होली के दिन आठ मार्च को 2.30 पीएम से 3.17 पीएम तक विजय मुहूर्त बन रहा है। इस अवधि में किया गया हर काम सफल होता है। विशेष तौर पर इस मुहूर्त में मंगल कार्य और मुकदमा दायर करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि विजय मुहूर्त में किए जाने वाले इन कार्यों में विजय मिलती है।
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अमृतकाल मुहूर्तः होली के दिन आठ मार्च को रात 8.33 पीएम से 10.17 पीएम तक अमृतकाल मुहूर्त बन रहा है (हालांकि प्रतिपदा तिथि इससे पहले संपन्न हो जा रही है)। यह मांगलिक कार्यों के लिए बेहद शुभ मुहूर्त माना जाता है। मान्यता है इस योग में शुरू किए गए सारे काम पूरे होते हैं। मांगलिक कार्यों के लिए इस शुभ मुहूर्त को पहले स्थान पर रखा गया है।
अमृतकाल मुहूर्तः होली के दिन आठ मार्च को रात 8.33 पीएम से 10.17 पीएम तक अमृतकाल मुहूर्त बन रहा है (हालांकि प्रतिपदा तिथि इससे पहले संपन्न हो जा रही है)। यह मांगलिक कार्यों के लिए बेहद शुभ मुहूर्त माना जाता है। मान्यता है इस योग में शुरू किए गए सारे काम पूरे होते हैं। मांगलिक कार्यों के लिए इस शुभ मुहूर्त को पहले स्थान पर रखा गया है।
ब्रह्म मुहूर्तः आठ मार्च को 5.10 एएम से 5.58 एएम तक ब्रह्म मुहूर्त है। प्राचीन काल में इस समय को ऋषि मुनि सर्वोत्तम मानते थे। उनके अनुसार यह ध्यान लगाने और भगवान की पूजा का सबसे उपयुक्त समय था और इस मुहूर्त में पूजा का फल जल्दी मिलता था। मान्यता है कि इस समय देवता और पितर घरों में आते हैं और उन्नति होती है। इस समय किया जाने वाला हर मांगलिक कार्य शुभ फल देता है।