प्रयोग विधि –
हनुमान जयंती पूर्णिमा 19 अप्रैल शुक्रवार की रात में 8 बजे से 10 बजे के बीच करना है यह उपाय ।
1- पीले नींबू 2 नग (रस वाले) को इस मंत्र का 21 बार उच्चारण करते हुये दोनों नींबू को बीच में से काट ले ।
2- अब कटे हुये नींबू के बीच में थोड़ा सा नमक और राई दाने भर लें ।
3- नमक और राई दाने भरने के बाद नींबू के दोनों हिस्सों को लाल धागे से बंद कर लें ।
4- अब तंत्र या अन्य रोग से पीड़ित व्यक्ति के सिर पर से दोनों नींबू को 7 बार उतार लें ।
5- सूर्यास्त के तुरंत बाद या फिर रात में 8 बजे से 10 बजे के बीच किसी चौराहे पर जाकर इन नींबूओं को चौराहे के बीच में खड़े दक्षिण दिशा की ओर मुख करके कटे चारों टूकड़ों को एक एक करके चारों दिशाओं में आधा आधा फेक दें ।
6- जिस मंत्र का उच्चारण 21 बार नींबू काटते समय किया था उसी मंत्र का उच्चारण कटे हुये नींबू को फेकते समय भी 21 बार करना हैं ।
7- पूर्णिमा से लेकर लगातार 8 दिन तक नियमित एक ही समय पर इस टोटके को किया जाये तो “काला जादू या तंत्र-मंत्र” क्रिया से पीड़ित व्यक्ति हनुमान जी की कृपा से केवल 8 दिन में पूरी तरह ठीक हो सकता हैं ।
8- इस उपाय को करते वक्त ध्यान इस बात का रखे की कोई भी बाहरी व्यक्ति रोके टोके नहीं । पूरी तरह एकांत और सावधानी से इस उपाय को करना हैं ।
9- नींबू काटते और चौराहा पर फेकते समय मन्त्र का उच्चारण करते हुये पीड़ित व्यक्ति के पूरी तरह ठी होने की कामना हनुमान जी से करते रहे ।
10- इस मंत्र का करना हैं उच्चारण 21 + 21 बार-
मंत्र-
॥ ऊँ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट ॥
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