गुप्त नवरात्रिः इस मंत्र के जप से हर अच्छा पूरी करेगी माँ दुर्गा
अष्टमी तिथि को दुर्भाग्य का नाश करने वाली माता महागौरी का पूजन किया जाता है। अष्टमी की रात में की गई माता महागौरी प्रसन्न होकर साधकों की हर इच्छा पूरी कर देती है। इन उपायों को करने के बाद लाल कम्बल के आसन पर बैठकर मां दुर्गा के बीज मंत्र का जप एक हजार बार तुलसी या मोती की माला से अवश्य करें। गुप्त नवरात्रि की अष्टमी तिथि की रात में माँ दुर्गा के इस सिद्ध बीज मंत्र का जप करने से सभी कामनाएं पूरी होने लगती है।
मंत्र-
।। ऊँ ऐं हृीं क्लीं महागौर्ये नमः ।।
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माघ मास की गुप्त नवरात्रि की अष्टमी तिथि की रात में ये उपाय करने से एक साथ अनेक मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।
1- गुप्त नवरात्रि की अष्टमी की रात में अपने घर के मुख्य दरवाजे पर रात 12 बजे गाय के घी का एक दीपक जलाने से सारे दुर्भाग्य दूर हो जाते हैं।
2- गुप्त नवरात्रि की अष्टमी की रात में किसी प्राचीन दुर्गा मंदिर में जाकर देवी माँ के चरणों में 8 लाल कमल के पुष्प चढ़ाने से माता रानी शीघ्र प्रसन्न हो जाती है।
3- गुप्त नवरात्रि अष्टमी तिथि को अपने घर में या दुर्गा मंदिर में श्री दुर्गाष्टमी का पाठ करने से घर परिवार में सदैव सुख-शांति बनी रहती है।
4- गुप्त नवरात्रि की अष्टमी को सूर्यास्त के ठीक बाद किसी वेदपाठी ब्राह्मण की कुंवारी कन्या को उसकी पसंद के कपडे दान करने से किस्मत के बंद दरवाजे खुल जाते हैं।
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5- गुप्त नवरात्रि अष्टमी का रात को महागौरी के स्वरूप को दूध से भरी कटोरी में विराजित कर चांदी का सिक्का चढ़ाएं और दूसरे दिन से उस सिक्के को हमेशा अपनी जेब में रखने से धन की अचानक बढ़ने लगती है।
6- गुप्त नवरात्रि की अष्टमी तिथि की रात एक पान में गुलाब के फूल की 7 पंखुरियां रखकर मां दुर्गा को अर्पित करने से मां लक्ष्मी हमेशा आपके घर में निवास करने लगेगी ।
7- गुप्त नवरात्रि अष्टमी तिथि को सूर्यास्त के बाद ग्यारह सुहागिन महिलाओं को लाल चूड़ियां एवं सिंदूर भेंट करने से धन लाभ होने लगता है।
8- गुप्त नवरात्रि की अष्टमी के दिन किसी भी देवी मंदिर में चुपके से माता रानी के सोलह श्रृंगार की सामग्री भेंट करने से जीवन में आने वाली समस्त बाधाएं दूर हो जाती है और सौभाग्य का उदय होने लगता है।
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