नए साल पर गणेश पूजा का महत्व
नए साल की शुरुआत बुधवार के पवित्र दिन से होगी। इस दिन गणेश भगवान की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए व्रत करना बहुत लाभकारी सिद्ध होगा। साथ गणेश भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होगा। धार्मिक मान्यता है जो लोग नए साल की शुरुआत गणेश भगवान की पूजा के साथ करेंगे, तो उनके जीवन मे यह नया साल खुशियां लेकर आएगा। साथ ही घर में माता लक्ष्मी जी वास होगा और आर्थिक तंगी दूर होगी।
गणेश जी की पूजा शुभता का प्रतीक
किसी भी तरह की विपत्ति या आर्थिक संकट को दूर करने के लिए विघ्नहर्ता की पूजा करना शुभ माना जाता है। इसलिए नए साल 2025 की शुरुआत विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा से की जाए, तो यह साल मंगलमय और समृद्धिदायक बन सकता है। सनातन धर्म में गणेश भगवान को शिद्धि विनाय कहा गया है, जो कि शुभता और सफलता का प्रतीक है। उनकी कृपा से जीवन के सारे विघ्न दूर हो जाते हैं और सुख-शांति बनी रहती है।
ज्योतिषीय महत्व
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भगवान गणेश को बुद्धि, ज्ञान और समृद्धि का स्वामी माना जाता है। उनकी पूजा करने से ग्रह दोष भी शांत होते हैं और जीवन में शांति व संतुलन बना रहता है। पूजा विधि
- स्नान और स्वच्छता: नए साल के पहले दिन प्रातः जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूजा की तैयारी: भगवान गणेश की मूर्ति या चित्र को साफ स्थान पर स्थापित करें।
- मंत्र और आरती: गणेश मंत्र “ॐ गण गणपतये नमः” का 108 बार जाप करें। इसके बाद भगवान की आरती गाएं।
- प्रसाद अर्पण: भगवान को मोदक, लड्डू, और फल का भोग लगाएं।