खास बात यह भी है कि पंच दिनी दीपावली पर्व इस बार 6 दिन का है। 25 को सूर्यग्रहण के कारण कोई पर्व नहीं मनेगा। तेरस 22 अक्टूबर की दोपहर 3.03 बजे से 23 की शाम 5.20 बजे तक रहेगी। फिर चतुर्दशी शुरू होगी। भगवान धन्वंतरि का जन्म मध्यान्ह में हुआ था, इसलिए धन्वंतरि पूजन 23 को होगा। धनतेरस पर दोनों दिन सोना, चांदी, वाहन, जमीन समेत अन्य खरीदी की जा सकती है।
धनतेरस पर धन के कारक गुरु और स्थायित्व के कारक शनि स्वयं की राशि क्रमश: मीन व मकर में गोचर हो रहे हैं। इससे पहले यह संयोग 178 साल पहले की धनतेरस यानी 8 नवंबर 1844 को बना था। यह भगवान के जन्म के समय के ग्रहों की स्थिति है।
इंदौर शहर के रणजीत हनुमान मंदिर में 22 अक्टूबर को धनतेरस मनाई जाएगी। मुख्य पुजारी पं. दीपेश व्यास ने बताया कि शनिवार शाम प्रदोष काल में दीप श्रृंगार होगा। 24 अक्टूबर को दीपावली पर राम दरबार और रणजीत बाबा का मनोहारी शृंगार किया जाएगा। 26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा और 27 अक्टूबर को भाईदूज मनाई जाएगी। 25 अक्टूबर को सूर्यग्रहण होने से मंदिर के पट शाम 7 बजे खुलेंगे।
खरीदारी के लिए मुहूर्त : 23 अक्टूबर-
चर: सुबह 7.51 से 9.15 और रात 8.54 से 10.30 बजे तक। लाभ: सुबह 9.15 से 10.40 लाभ।