ऐसे करें प्रयोग
अमावस्या या किसी और दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान करके पूर्व या उत्तर दिशा कि ओर मुख करके माता लक्ष्मी कि मूर्ति या चित्र की सफेद कपड़े पर स्थापना करके मां लक्ष्मी का षोड्षोपचार विधान से विधिवत पूजन करें । आसन शुद्ध-पवित्र होना चाहिए । मंत्र करने के लिए स्फटिक कि माला का ही उपयोग करें । इन मंत्रों लगातार 11 दिनों तक 3 हजार मंत्र प्रतिदिन जप करना हैं । तभी ये मंत्र एक मशीन की तरह कार्य करेंगे और आप करोड़ों के मालिक बन जायेंगे । 11वें दिन जिस मंत्र का जप किया है उसकी पूर्णाहूति 1100 मंत्रों की हवन में आहुति देकर करें ।
अत्यधिक धन प्राप्ति के लिए नीचे दिये गये मंत्रों में से किसी भी एक महालक्ष्मी मंत्र जप कर सकते हैं । जितने दिनों तक जप चलेगा, एक समय उपवास जरूर रहें ।
1- ।। ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये नमः ।।
2- ।। श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं कमलवासिन्यै स्वाहा ।।
3- ।। ॐ श्रीं श्रियै नमः ।।
4- ।। ॐ ह्री श्रीं क्रीं श्रीं क्रीं क्लीं श्रीं महालक्ष्मी मम गृहे धनं पूरय पूरय चिंतायै दूरय दूरय
स्वाहा ।।
4- ।। ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं त्रिभुवन महालक्ष्म्यै अस्मांक दारिद्र्य नाशय प्रचुर धन देहि देहि क्लीं ह्रीं श्रीं ॐ ।।
5- ।। ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं सौं ॐ ह्रीं क ए ई ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं सकल ह्रीं सौं ऐं क्लीं ह्रीं श्री ॐ ।।
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