इन तीन की पूजा अनिवार्य होती है
देव उठनी ग्यारस असल में विश्व स्वरूपा भगवान श्री विष्णु के श्रीकृष्ण वाले विराट रूप की पूजा की जाती हैं । इस दिन विशेष रूप से श्री तुलसी, श्री विष्णु एवं श्री सूर्य नारायण की पूजा की जाती हैं । जो भी श्रद्धालु इस दिन व्रत रखकर विधिविधान से इन तीनों को पूजन करते है उनकी सभी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं । विशेष रूप से पुराणों में सूर्योपासना का उल्लेख मिलता है और इस दिन बारह आदित्यों के नामों के जप करने का भी उल्लेख हैं । बारह आदित्य- इंद्र, धातृ, भग, त्वष्ट, मित्र, वरुण, अयर्मन, विवस्वत, सवितृ, पूलन, अंशुमत एवं विष्णु जी । देवउठनी एकादशी से तुलसी विवाह व तुलसी पूजन का भी विधान है ।