धर्मिक मान्यताओं के अनुसार, आज ही के दिन अर्थात कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को समुद्र मंथन के दौरान मां लक्ष्मी का अवतरण हुआ था। मान्यता है कि आज ही के दिन मां लक्ष्मी का जन्म दिवस भी होता है। यही कारण है कि आज के दिन कुछ जगहों पर देवी लक्ष्मी का जन्म दिवस भी मनाया जाता है।
दिवाली पर लक्ष्मी के साथ गणेश की पूजा क्यों? दिवाली के दिन देवी लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश की पूजा होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मां लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश की पूजा क्यों होती है, नहीं तो हम आपको बताते हैं…
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि देवी लक्ष्मी धन के देवी हैं। जिसकी वजह से उनको इस बात का अभिमान हो गया था। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस अभिमान को खत्म करने के लिए विष्णु जी ने कहा कि स्त्री तब तक पूर्ण नहीं होती, जब तक वह मां नहीं बन जाती।
यह बात सुनकर देवी लक्ष्मी निराश हो गईं क्योंकि लक्ष्मी जी का कोई पुत्र नहीं था। इसके बाद मां लक्ष्मी देवी पार्वती के पास पहुंची और उनसे एक पुत्र को गोद लेने की मांग की क्योंकि मां पार्वती के दो पुत्र थे। देवी पार्वती ने लक्ष्मी जी के दर्द को समझते हुए उन्होंने अपने पुत्र गणेश को उन्हें सौंप दिया।
गणेश को प्राप्त कर देवी लक्ष्मी बहुत प्रसन्न हुईं। उन्होंने कहा कि सुख समृद्धि के लिए सबसे पहले गणेश जी की पूजा करनी होगी, तब ही मेरी पूजा संपन्न होगी। यही कारण है कि दिवाली के दिन मां लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश की पूजा की जाती है।