4. इस दिन किसी भी प्रकार का लेन-देन न करें। इस दिन किसी भी परिस्थिति में अपशब्द न कहें।
5. होलिका दहन की रात न गुस्सा करें और न रति क्रिया करें।
6. नवविवाहिता और गर्भवती स्त्री होलिका दहन ना देखें, पहली होली सास बहू साथ में ना देखें।
7. अपने कपड़ों का विशेष ध्यान रखें, अपने कपड़ों का कोई भी हिस्सा गुम न होने दें। इस रात इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें।
1. होलिका दहन के दिन काले कपड़े में काले तिल, सरसों, राई लौंग बांधकर, अपने पास रखें और रात्रि होलिका दहन में जला दें। इससे किसी भी प्रकार की स्थिति का यदि कोई प्रभाव आप पर हुआ है तो दूर हो जाएगा। होलिका दहन के बाद रात्रि में गुलाल ना खेलें।
2. होलिका दहन के दिन पीले रंग का झंडा बनाकर विष्णु मंदिर या पीपल के पेड़ पर अवश्य लगाएं तथा विष्णु सहस्रनाम का पाठ अवश्य करें। यदि नहीं कर सकते हैं तो महामंत्र ॐ नमो भगवते वासुदेवाय, इसके अधिक से अधिक जाप करें।
2. होलिका दहन के दिन पीले रंग का झंडा बनाकर विष्णु मंदिर या पीपल के पेड़ पर अवश्य लगाएं तथा विष्णु सहस्रनाम का पाठ अवश्य करें। यदि नहीं कर सकते हैं तो महामंत्र ॐ नमो भगवते वासुदेवाय, इसके अधिक से अधिक जाप करें।