गुरुवार के दिन सुबह-सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर किसी विष्णु मंदिर में जाकर भगवान विष्णु को पीले पुष्पों की माला, पीला चंदन, गंगा जल, दीपक, धूप आदि अर्पित करें। इसके बाद वहीं पर बैठकर तुलसी की माला से ‘ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का 1008 बार जप करें। इसके तुरंत बाद भगवान के नेत्रों में देखते हुए उनसे अपनी पीड़ा हरने की प्रार्थना करें और चुपचाप बिना किसी से बोले अपने घर चले जाएं। इस प्रकार गुरुवार को मंत्र जप शुरू कर अगले सात सप्ताह तक रोजाना करें। इससे तुरंत ही आपकी पीड़ा का निवारण होगा और बड़े से बड़ा संकट भी बहुत मामूली होकर टल जाएगा।
गुरुवार के दिन तुलसी के वृक्ष की पूजा करें तथा उसके आगे दीपक जलाएं। इससे भी अचानक आने वाले संकट नष्ट हो जाते हैं। शीघ्र विवाह एवं मनचाहे वर की प्राप्ति हेतु
जिन कन्याओं का विवाह नहीं हो रहा है, उन्हें गुरुवार के दिन भगवान कृष्ण की रुक्मिणी सहित पूजा करनी चाहिए। इससे उन्हें शीघ्र ही मनचाहे वर की प्राप्ति होती है।