बसंत पंचमी के दिन सुबह स्नान करके पीले या सफेद वस्त्र धारण करें, फिर मां सरस्वती की मूर्ति या चित्र उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित कर सफेद चंदन, पीले और सफेद फूल अर्पित करने के बाद आरती उतारें । दूध, दही, घी, शकर,शहद और तुलसी मिलाकर पंचामृत का प्रसाद बनाकर मां को भोग लगाने के बाद इस मंत्र का जप 108 बार करें ।
मंत्र-
।। ऊं ऐं सरस्वत्यै नम: ।।
इस दिन इन उपायों को जरूर करें-
1- जिन बच्चों की कुंडली में बुध ग्रह कमजोर और पढ़ाई में मन ना लगे तो बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती को 5 हरे फलों को भेट करने के बाद 11फल गरीबों को दान कर दें ।
2- इस दिन पढ़ाई करने के स्थान पर पीले रंग के पर्दे या चित्र रखे । पढ़ाई में तेज मन लगने लगेगा ।
3- मां सरस्वती का चित्र अपने अध्ययन कक्ष या टेबल पर अवश्य रखें ।
4- अपनी टेबल पर क्रिस्टल या स्फटिक का ग्लोब रखें और उसे पढ़ाई करते समय बीच बीच में दो, तीन बार जरूर घुमाएं । ऐसा करने से एकाग्रता बढ़ेगी ।
5- अगर संगीत के क्षेत्र में सफल होना चाहते हैं, तो मां सरस्वती के इस मंत्र- ‘ह्रीं वाग्देव्यै ह्रीं ह्रीं’ का रोज 108 बार जप जरूर करें, एवं शहद का भोग लगा कर उसे प्रसाद के रूप में बांट दे ।
6- अगर पति-पत्नी के संबंधों में विवादों, न्यायिक मामलें, या फिर स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो तो बसंत पंचमी के दिन ‘अर्गला स्तोत्र’ और ‘कीलक स्तोत्र’ का पाठ करें ।