मंगलवारी अमावस्याः हनुमान मंदिर में करें ये छोटा सा काम, होगी हर कामना पूरी
– अमावस के दिन किसी को अपने वशीभूत करने के लिए पीपल पेड़ की विधिवत पूजा करने के बाद इस मंत्र का जप 251 बार पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर जप करने से जिसे चाहे उसे अपना बनाया जा सकता है।
मंत्र- ऊँ नमो भगवके वासुदेवाय
मार्गशीर्ष अमावस्या : व्रत रखकर इस काम से प्रसन्न हो जाते हैं पूर्वज पितृ
– अमावस्या की रात में करें यह उपाय- लाल सिंदूर, सरसों का तेल, एक बड़ा दीपक, तीन ताजे नींबू, काला आसन, शराब की छोटी बोतल, तेज धार वाला चाकू, पांच मोमबत्ती इत्यादि समान की जरूरत पड़ेगी। यह सब इकट्ठा करने के बाद आप किसी भी अमावस्या की अर्ध-रात्रि में श्मशान घाट चले जाएं। वहां जाकर सबसे पहले श्मशान भूमि को प्रणाम करके आसन पर बिछाकर बैठ जाएं। अब सरसों का तेल दीपक में डालकर दीपक जलाएं, सारी मोमबत्ती जलाकर दीपक के चारों तरफ रख दें।
कुल इतने तरह के होते हैं विवाह संस्कार
– अब यहां पर शराब चढ़ा दे, तीन नींबू लें। एक-एक करके तीनों निम्बुओं को लेकर अपने सिर के ऊपर से तीन-तीन बार घूमाए घड़ी की दिशा में। अब इन्हें नीचे रख तेज धार वाले चाकू से इस तरह काटे कि तीनों निम्बू एक झटके में ही कट जाए। अब कटे हुए नींबू पर सिंदूर लगाएं, हाथ जोड़कर आंख बंद करें और जिसे आप को वश में करना है उसकी कल्पना करे और उसक नाम लें। क्रिया समाप्त होने के बाद भूमि को वापस प्रणाम करें। कोई भी सामान को वापस नहीं छुएं, उन्हें वहीं पर छोड़ दे और घर वापस लौट कर स्नान कर लें। घर आते वक्त पीछे मुड़ कर भी ना देखे।
*************