हिन्दू धर्म में शुक्रवार के दिन को माता लक्ष्मी जी की पूजा का विशेष दिन माना जाता हैं । शास्त्रोंक्त ऐसी मान्यता हैं की धन की देवी माता महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए इस दिन जो भी लोग व्रत रखते हैं पूजा आराधना करते हैं मां प्रसन्न होकर उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर देती हैं । वैसे भी धन की देवी को प्रसन्न करना बहुत ही आसान है । जो व्यक्ति धन को ईमानदारी से कमातें है, जीवन में कभी धन की कमी नहीं होती लेकिन जिसने भी गलत तरीके से धन कमाया है तो वह ज्यादा देर तक उनके पास टीका भी नहीं है ।
शुक्रवार के दिन दोपहर में 2 बजे से 5 बजे के बीच में ऐसी जगह जायें जहां पर मोर ने नृत्य किया हो या जहां वे घुमा करती हो, उस जगह की थोड़ी सी मिट्टी को एक लाल रंग के कपड़े में बांधकर घर ले आयें । अब शाम को 8 बजे से पहले स्नान करके, धुले हुये कपड़े पहनकर, अगर लक्ष्मी मंदिर हो तो वहां जाकर या फिर अपने घर में एकांत स्थान पर गुलाबी रंग का कपड़ा बिछाकर, थोड़े से चावल की ढेरी पर घी एक दीपक जला दें, और दीपक के दाहिने ओर उस मिट्टी को रख दें और उसका षोडषोपचार पूजन करते हुए माता महालक्ष्मी से दरिद्रता निवारण की प्रार्थना करें । ऐसा रोज अगले शुक्रवार तक उस मिट्टी का पूजन करना हैं । कुछ ही दिनों में पैसों की तंगी हमेशा के लिए दूर हो जायेंगी ।