नवरात्रि पर्व का दौर चल रहा है। हर कोई भक्त माता की आराधना और भक्ति में लगे हुए हैं। अलग-अलग तरीके से लोग पूजा कर रहे हैं। ऐसे ही अनोखी भक्ति क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। नवरात्रि पर अशोक दायमा ने एक बार फिर तालाब में अपना अनूठा अनुष्ठान शुरू किया है। वे हर दिन 2 से 3 घंटे तक गहरे पानी में पद्मासन लगाकर रामचरितमानस के 120 दोहों का पाठ करते हैं। एक हाथ में शंख तो दूसरे हाथ में रामायण लिए वे शंखनाद करते हुए रामचरितमानस का पाठ करते आ रहे हैं।
35 साल से करते आ रहे पद्मासन क्रिया
तालाब के गहरे पानी के बीच दोनों पैर पालकी बनाकर लेटे रहना अपने आप में एक अनोखी क्रिया है। उनसे चर्चा की तो उन्होंने बताया कि वह यह क्रिया बीते 35 वर्षों से करते आ रहे हैं और प्रतिदिन व मानसरोवर माता मंदिर तालाब में आकर रामचरितमानस का पाठ करते हैं। अशोक दायमा ने बताया कि, उन्हें यह कला उनके पिता से विरासत में मिली है। जब वे 10 साल के थे तो उनके पिता ने उन्हें तैरना और पद्मासन करना सिखाया था। तब से ही वे लगातार यह अनुष्ठान करते आ रहे हैं। यह भी पढ़ें- प्राचीन शिव मंदिर पर गिरी बिजली, खंडित हुआ शिवलिंग, प्रत्यक्षदर्शी बोला- पूरे आसमान पर प्रकाश छाया और…