मजदूरों को एडवांस पैसे का हिसाब करने आए लिंबी पिपलिया के किसानों को पता नहीं था कि जिन मजदूरों ने उनके खेतों पर काम करने के लिए पैसे लिए हैं। वे हमलावर हो जाएंगे। किसानों का पहले तिरला थाना क्षेत्र के गांव शिवपुर खेड़ी में विवाद हुआ, वहां मजदूरों ने उनपर पत्थर बरसाए और जब किसान वहां से भागने लगे तो मजदूरों ने दूसरे गांव को फोनकर बच्चा चोर गिरोह होने की अफवाह फैला दी। खेड़ी खिड़किया की से ये अफवाह बोरलाय गांव तक पहुंच गई। बोरलाय गांव के मजदूरों ने कार सवार किसानों को घेर लिया और करीब 200 ग्रामीणों ने कार सवार किसानों की पिटाई शुरू कर दी। पत्थर, लाठी, डंडे जिसको जो मिला उससे ही किसानों की पिटाई करने लगे। इस दौरान एक की मौत हो गई ।
घायल जगदीश शर्मा ने बताया कि हमने उज्जैन तथा तिरला थाने में उक्त व्यक्तियों पर पैसा लेकर भागने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। मजदूरों ने बुधवार को हमें हिसाब करने के लिए बुलाया था। जैसे ही खिड़किया पहुंचे वहां पथराव शुरू हो गया। हम गिड़गिड़ा रहे थे कि हमें क्यों मार रहे हो, हमारा क्या गुनाह है लेकिन भीड़ में कोई सुनने वाला नहीं था। वे तब तक पीटते रहे जब तक की हम बेहोश नहीं हो गए।
धार एसपी ने बताया कि यह मामला पैसे के लेन-देन का है। जिन लोगों के ये लोग लेने आए थे वे मजदूर थे। पीड़ितों से इनलोगों ने एडवांस में पैसे ले लिए थे। वहीं ये लोग लेने आए थे। इनलोगों ने पहले उज्जैन से आए किसानों पर अपने गांव में पत्थरबाजी की। उसके बाद इन्हें चेज किया और उनके साथ मारपीट की। जिसमें एक की मौत हो गई है। पांच लोग घायल हैं। तीन लोग इस घटना में मुख्य रूप से शामिल थे।