यहां पर महलों को सजाने के लिए अमृत महोत्सव के तहत लाईटिंग की गई है। एकमहल से चोर एक दो नहीं पूरी 16 लाईटिंग चोरी करके चले गए। पुरातत्व विभाग की देखरेख के बाद भी बदमाश कमाल बता गए। इससे ये बात तो साफ है कि अमला ध्यान नहीं दे पा रहा है।
मांडू. पर्यटन नगरी मांडू के महलों को जगमग करने और आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर लगाई गई तिरंगे की लाइटिंग चोरी हो गई है। होशंगशाह के मकबरे को तिरंगा रोशनी के सजाने के लिए लाइट लगाई गई थी। इसमें से 16 लाइट गायब है। रात में होशंगशाह के मकबरे को तिरंगे की लाइट में सजाने वाली लाइट कहां गई इसका पता अब तक नहीं चल पाया है। चोरी की खबर लगते ही विभाग हरकत में आया और जांच-पड़ताल कर थाने पर आवेदन दिया। भारतीय पुरातत्व विभाग के सीए प्रशांत पाटणकर ने बताया कि 6 तारीख की रात को लाइट पहले की तरह लगी थी, सुबह सूचना मिली कि लाइट चोरी हो चुकी है। स्टॉफ से जानकारी लेने के बाद हमनें थाने पर आवेदन दिया है। इधर पुलिस का कहना है विभाग की ओर से आवेदन आया है पूछताछ की जा रही है, जांच जारी है।
लाइटिंग चोरी का जिम्मेदार कौन होशंगशाह का मकबरा जहां चारों ओर 10 से 12 फीट का परकोटा और आगे भी जाली वाला बड़ा गेट उसके बावजूद महल से लाइट चोरी हो जाना कई सवाल खड़े करता है। इसे विभागीय लापरवाही ही कहा जा सकता है। तमाम सुरक्षा के इंतजाम के बाद लाइटों का चोरी होना विभागीय इंतजाम की पोल खोलता है। होशंगशाह के मकबरे पर दिन में कर्मचारी के साथ नाइट में भी सिक्योरिटी गार्ड लगे रहते है। महल की सुरक्षा व्यवस्था पर लाखों रुपए खर्च किया जा रहा है। अमूल्य धरोहर के साथ इस तरह की लापरवाही विभाग को किसी दिन बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।