काजी वकार सादिक ने आगे ये भी कहा कि ‘क्या ऐसा कोई नहीं, जो इन जिम्मेदारों से कोर्ट के आदेश का पालन करवा सके। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सर्वे के नाम पर मस्जिद की इमारत के मूल स्वरूप को ही परिवर्तित कर दिया गया है। ये आपत्तिजनक है। 1307 ईस्वी में ये मस्जिद बनी थी, जब से यहां निरंतर नमाज अदा की जाती आ रही है। इसका पूरा रिकार्ड बी उनके पास मौजूद है। उन्होंने कहा कि हमारे पक्षकार की ओर से इसकी शिकायत की गई है।
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मुस्लिम पक्ष के मूल अधिकारों के हनन का आरोप
बता दें कि हाईकोर्ट की इंदौर बैंच के आदेश के बाद भोजशाला में जारी सर्वे का शुक्रवार को 29वां दिन गुजरा है। आज मुस्लिम समाज के लोगों ने दोपहर 1 से 3 बजे के बीच जुमे की नमाज अदा की। इसी के चलते नमाज पढ़कर मस्जिद से निकले धार शहर काजी वकार सादिक ने हाईकोर्ट के आदेश अवेहलना का हवाला देते हुए एएसआई की सर्वे टीम पर ही गंभीर आरोप लगाते हुए मुस्लिम पक्ष के मूल अधिकारों के हनन का दावा किया है। यह भी पढ़ें- Bhojshala ASI Survey : भोजशाला सर्वे का 29वां दिन, 6 घंटे सर्वे के बाद हुई जुमा की नमाज, सामने आईं ये चीजें