इधर, जिलेभर में शनिवार को हुई झमाझम बारिश के चलते इलाके के नदी – नाले उफान पर आ गए हैं तो वहीं भोजशाला के आसपास बनी ट्रेंच में पानी भर गया था। ऐसे में सर्वे शुरू होने के बाद टीम ने पहले ट्रेंच में भरा पानी खाली करवाया। इसके बाद सर्वे कार्य शुरू किया जा सका।
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बारिश के कारण बंद कराई जाएंगी खोदी गई ट्रेंच
बारिश को देखते हुए जिन ट्रेंच में लगभग काम पूरा हो चुका है, उन्हें दोबारा मिट्टी से भरने का भी काम शुरू किया गया है। शनिवार को पहली बार एएसआई की टीम ने उत्तर-पश्चिम कार्नर में बनाई गई ट्रेंच बंद करने का काम किया। बताया जा रहा है कि ये लगभग 29 फीट गहरी हो चुकी थी। टीम ने श्रमिकों की मदद से शनिवार को दोबारा इसमें मिट्टी डलवाकर बंद कराया। बताया जा रहा है कि इस तरह की अन्य ट्रेंच में जहां काम पूरा हो चुका है, उन्हें भी बारिश के चलते जल्द से जल्द बंद कराया जाएगा, वरना इनमें पानी भरने की संभावना है।खुदाई में 5 अवशेष और निकले
उत्तरी हिस्से में शनिवार को ट्रेंच से मिट्टी हटाने का काम किया गया। इस दौरान दूसरी ओर की गई खुदाई में पांच अवशेष और निकलने की जानकारी सामने आई है। इन अवशेषों में दीवार और स्तंभ के टुकड़े बताया जा रहा है। इन पर कई तरह की आकृतियां बनी दिखाई दे रही हैं। टीम ने इन्हें सर्वे में शामिल कर लिया है। इधर, हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा का कहना है कि उत्तरी हिस्से में मिट्टी हटाने के दौरान 5 अवशेष फिर सामने आए हैं। इन्हें सर्वे टीम ने संरक्षित कर लिया है। यह भी पढ़ें- Bhojshala ASI Survey : भोजशाला की जमीन उगल रही कई गहरे राज, आज फिर निकले खास अवशेष