धनबाद। राष्ट्रपति ने अपनी मुहर लगाते हुए आइएसएम धनबाद को आईआईटी धनबाद की मान्यता दे दी है। इंडियन स्कूल ऑफ माइंस आखिरकार आईआईटी आइएसएम धनबाद बन गया। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद इसके गजट का भी नोटिफिकेशन कर दिया गया।जानकारी के अनुसार 2 अगस्त को राज्यसभा से बिल पास होने के बाद आइएसएम के छात्र-शिक्षक व धनबादवासी इस दिन का इंतजार कर रहे थे। गुरुवार की शाम को जैसे ही आइएसएम में यह सूचना पहुंची। छात्रों ने जमकर जश्न मनाया। एक-दूसरे को बधाई दी।लोकसभा व राज्यसभा ने इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी संशोधन विधेयक 2016 को पहले ही पास कर दिया था। आइएसएम आईआईटी के साथ देश में छह नए आईआईटी की स्थापना भी होगी। बताते चलें कि 1926 में स्थापित इंडियन स्कूल ऑफ माइंस को आईआईटी बनने में 90 साल का समय लगा।