यह भी पढें : खून से लथपथ मिली अज्ञात युवक की लाश, हत्या के बाद रेलवे ट्रैक पर फेंकने की आशंका, जांच में जुटी पुलिस पिछले कुछ सालों में धमतरी जिले में ऑनलाइन और डिजिटल फ्राड के मामले में 60 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी हुई है। ऐसे में इस पर अंकुश लगाने के लिए आरबीआई ने सख्ती से खाताधारकों के लिए केवायसी जमा कराने का निर्देश दिया है। इसके बिना बैंकों में खुले खाता ऑटोमेटिक ब्लाक हो रहे है।
इसकी जानकारी अधिकांश ग्राहकों को नहीं है। ऐसे में उन्हें परेशानी हो रही है। एक जानकारी के अनुसार जिले में करीब 99 बैंक शाखाएं संचालित हो रही है, जहां करीब 10 लाख से अधिक खाताधारक है। कई खाताधारक तो ऐसे हैं, जिन्होंने अपने खाता में किसी प्रकार का लेन-देन ही नहीं किया है।
यह भी पढें : सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए’ तमिलनाडु के CM के बेटे की टिप्पणी पर डिप्टी CM सिंहदेव ने कहा- सभी को स्वतंत्रता है. ऐसे में उनके खाते को ब्लाक कर दिया गया है। मंगलवार को केवायसी अपडेट की जानकारी देने के लिए विभिन्न बैंकों में अलग से काउंटर भी लगाया गया, जिसमें खाताधारकों को अपने बैंक खाते को पैन नंबर और आधार नंबर से लिंक कराने के साथ ही केवायसी अपडेट कराने के लिए कहा गया।
यह भी पढें : सरकारी अधिकारी पंहुचा सलाखों के पीछे, घर बुलवाकर लिया 5 लाख रुपए रिश्वत, ऐसे हुआ खुलासा उधर अधिकारियों का कहना है कि ऑनलाइन मोड पर पेमेंट करने का चलन काफी बढ़ा है। ऐसे में फ्राड की संभावना अधिक रहती है। यही वजह है कि सुरक्षित लेनदेन के लिए कही केवायसी को अपडेट कराया जा रहा है।