यह बारात रामबाग से होते हुए शहर की ओर आगे बढ़ी। महादेव की एक झलक पाने के लिए रास्ते भर लोगों की भीड़ लगी रही। शाही बारात में पालकी में प्रतीकात्मक रूप से चांदी के निर्मित बूढ़देव महादेव को विराजमान किया गया था। शिवभक्त पालकी लेकर आगे-आगे चल रहे थे। बारात को आकर्षक रूप देने इस बार भी विभिन्न प्रदेशों की झांकियां बुलाई गई। बनारस से पहुंची अघोरी टीम की झांकी और कलकत्ता से पहुंची काली-दुर्गा मां की झांकी ने मन मोह लिया। इसी तरह बारात में अघोरी शिव-पार्वती के रूप में चल रहे थे। गले में सांप भी धारण किए हुए थे।
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हजारों ने किया अखंड जलाभिषेक बूढ़ेेश्वर महादेव मंदिर में गुरूवार सुबह 6 बजे पंडित चिंतामणी त्रिपाठी, शुभम वैष्णव, निशांत त्रिपाठी, विकास वैष्णव और नीतिन दीवान ने वेद मंत्रोच्चारण के बीच 24 घंटे का अखंड जलाभिषेक शुरू किया। जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक करने के लिए दिनभर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। विशेष मनोकामना पूर्ति के लिए बूढ़ेश्वर महादेव का घी, शक्कर से अभिषेक किया गया। ग्रहों की शांति के लिए विभिन्न द्रव्यों से भी अभिषेक हुआ। शुक्रवार को सुबह 6 बजे अखंड जलाभिषेक की समाप्ति होगी। इसके बाद बाबा का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। पश्चात श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए मंदिर का पट खोल दिया जाएगा। देर शाम को महाआरती होगी।