ई-हास्पिटल में प्रसूता महिलाओं के लिए जननी सुरक्षा योजना समेत करीब दर्जनभर योजनाएं संचालित हो रही है। मॉनिटरिंग के अभाव में हितग्राहियों को इन योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल रहा है। बुधवार को पत्रिका ने ई-हास्पिटल स्थित प्रसूति विभाग का जायजा लिया। देखा गया कि यहां प्रसूता महिलाओं के लिए कूलर की व्यवस्था नहीं की गई थी। गर्मी के कारण महिलाएं बेचैन नजर आ रही थी।
इसके अलावा बेड शीड को भी बदला नहीं किया गया था। महिलाओंं ने बताया कि रविवार को छुट्टी का दिन होने के कारण स्टाफ नर्स ही उनकी देखरेख करती हैं। उन्होंने आगे बताया कि यहां अचानक किसी की तबीयत बिगडऩे पर भी बिना डाक्टर के प्रिसक्रिप्सन के मरीजोंं की कोई सुनवाई नहीं होती। ऐसे में उन्हें परेशानी होती है।
नियम का नहीं हो रहा पालन
अस्पताल सूत्रों की मानेंं तो शासन की योजना के तहत प्रसूता विभाग की महिलाओं को ओढ़ने बिछाने के लिए चादर, कंबल तथा पौष्टिक आहर के रूप में दलिया, अंडा समेत अन्य भोज्य पदार्थ दिया जाना है, लेकिन नियमोंं को ताक में रखकर सिर्फ खानापूर्ति किया जा रहा है।
मच्छरदानी भी नहीं
उधर गर्मी बढ़ने के साथ ही ई-हास्पिटल में मच्छरोंं का प्रकोप बढ़ गया है। नियमत: प्रसूता महिलाओं को केमिकल युक्त मच्छरदानी प्रदान करना है, लेकिन यहां उन्हें मच्छरदानी नहीं दिया गया है। ऐसे मेंं महिलाएं अपने घर से मच्छरदानी लाकर उपयोग कर रही हैं।
क्या कहती हैं महिलाएं
ध्यान देना चाहिए।
[typography_font:14pt;” >मालती बाई ने बताया कि कूलर की मरम्मत कर वार्डों मेंं लगा तो दिया गया है, लेकिन चालू नहीं किया जाता। रात मेंं मच्छर काटने से मरीज हलाकान हो रहे हैं।
सिविल सर्जन विभाग की प्रभारी डॉ पीसी ठाकुर ने बताया कि शासन की योजना के तहत प्रसूता विभाग की महिलाओं को सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। रूटीन के अनुसार उन्हें पौष्टि भोजन भी दिया जा रहा है। इसे लेकर अब तक कोई शिकायत नहीं मिली है।