बताया गया कि महिला घर में अकेेले रहती थी। कभी-कभी उसका भतीजा आता था। घटना की सूचना वन विभाग को सुबह मिली। तत्काल टीम मौके पर पहुंची और पंचनामा कर तत्काल मदद के रूप में परिजनों को 25 हजार रूपए की राशि दी। पंचनामा पश्चात शव को पोस्टमार्टम के लिए मगरलोड भिजवाया गया। इधर घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत है। वन विभाग ने आसपास के क्षेत्रों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को अलर्ट रहने कहा है।
तेंदुआ दिखने पर सूचना देने कहा है।
पहले भी 2 बच्चियों को बना चुका शिकार
नगरी-सिहावा-सीतानदी
टाइगर रिजर्व क्षेत्र में तेंदुए की संख्या बढ़ने से लगातार घटनाएं सामने आ रही है। पूर्व में दो मासूम बच्चियों को तेंदुए ने शिकार बनाया था। 6 अगस्त 2024 को सिहावा क्षेत्र के कोरमुड़ में तृष (3) पिता योगेश्वर कमार को तेंदुआ घर से उठाकर ले गया था। 40 घंटे के बाद घर से 200 मीटर दूर पहाड़ी में तृष का सिर मिला था।
31 अगस्त 2024 को सांकरा वन परिक्षेत्र के ग्राम भैंसामुड़ा पंचायत के आश्रित ग्राम धौराभाठा में शाम करीब 6 बजे घर के बाहर बस्ती में खेल रही 3 वर्ष की मासूम बच्ची नेहा कमार पिता संतोष कमार पर तेंदुए ने हमला कर दिया। आसपास मौजूद लोगों ने जब शोर मचाया तो तेंदुआ बच्ची को छोड़कर भाग निकला, लेकिन तब तक मासूम नेहा की मौत हो चुकी थी।
घर में नहीं था दरवाजा
बस्ती से 100 मीटर दूर सुखबती का मकान है। इस मकान से 50 मीटर दूर जंगल का एरिया शुरू हो जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि महिला घर में अकेले रहती थी। सुबह लोगों ने लाश देखी तब घटना की जानकारी हुई। महिला के मकान में मुख्य दरवाजा नहीं है। भीतर के कमरे में दरवाजा लगा है। घटना के दिन महिला कमरे के बाहर ही सो गई, जहां दरवाजा नहीं लगा था।
घटना बुधवार-गुरूवार रात की है। तेंदुआ ने एक बुजुर्ग महिला का शिकार कर लिया है। शरीर का एक हिस्सा व फेफड़ा भी गायब है। महिला के घर से जंगल की दूरी लगभग 50 मीटर है। घर में दरवाजा भी नहीं लगा था। आसपास के गांवों में कोटवारों के माध्यम से मुनादी कर ग्रामीणों को अलर्ट रहने कहा गया है। जंगल जाने के लिए भी मना कर रहे हैं। पीड़ित परिवार के सदस्यों को मुआवजा राशि भी दिलाई जाएगी। कृष्णा जाधव, डीएफओ धमतरी