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वर्ष-2003 में थलसेना में आरक्षक के रूप में उसकी पहली पोस्टिंग अहमदनगर में हुई थी। वर्तमान में वह हवलदार के पद पर हरियाणा के हिसार में पदस्थ था। वह ट्रेनर के रूप में एक माह के लिए राजस्थान गया था, जहां दो दिन पहले स्वास्थ्य बिगड़ गया। इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां रविवार को सुबह 5 बजे उसकी मौत हो गई। उल्लेखनीय है कि चोवाराम सेन गांव के पहले सैनिक थे। पत्नी गायत्री सेन हरियाणा में हैं और उसकी 13 साल की पुत्री और 6 साल का पुत्र है।
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छोटा, बड़ा भाई भी आरक्षक
बता दें कि उनका छोटा भाई डोमेश्वर सेन भी आरक्षक है। बड़ा भाई रोशन सेन जिला पुलिस बल में आरक्षक के रूप में रूद्री में पदस्थ हैं। पिता रामबगस किसान है और माता कस्तूरी बाई गृहिणी है।