उल्लेखनीय है कि सरकार ने हड़ताली स्वास्थ्य कर्मचारियों पर एस्मा लगाया किंतु कर्मचारी अस्पतालों की ओर रुख की बजाय धरना स्थल की ओर कूच किए। सरकार की इस करवाई के विरोध में इन कर्मचारियों को अब छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन, संचालनालय विभागाध्यक्ष कर्मचारी संघ और छत्तीसगढ़ इन सर्विस डाक्टर एसोसियेशन और अन्य कर्मचारी संगठनों (Dhamtari hindi news) का समर्थन मिल रहा है। गुरूवार को धमतरी जिले में स्वास्थ्य विभाग और एनआरएचम विभाग में कार्यरत संविदा कर्मचारियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर नियमितीकरण के लिए प्रदर्शन किया। इसके बाद सभी 436 संविदा कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा सौंप दिया।
लोकतंत्र में यह चिंता का विषय Employees submitted resignation after ESMA : छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी के जिलाध्यक्ष डा. ओमप्रकाश मत्स्यपाल ने बताया कि सरकार के पौने पांच साल बीत जाने के बाद भी नियमितिकरण के संबंध में निर्णय नहीं लिया गया है। जब कर्मचारी (contract employees news) सरकार के वादे पूरा करने के अपील के साथ हड़ताल में उतरे तो दमनकारी नीतियों से हड़ताल तोडऩे के हथकंडे अपना रही है। लोकतंत्र में यह चिंता का विषय है। संघ के रोहित पांडेय, चंदा पवार, केबी पॉल, दुर्गाप्रसाद कौशिक, डा. गिरधारी लाल ने बताया कि सरकार की इस दमनकारी नीति का हम विरोध करते है।
अपने ही कर्मचारियों के प्रति यह दुर्भावना कर्मचारी सहन नहीं करेंगे उन्होंने कहा कि आंदोलनरत कर्मचारी इस बार बिना ठोस निर्णय के जाने वाले नहीं है, इसलिए (Chhattisgarh hindi news) सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए आज हम सभी संविदा कर्मचारी सामूहिक रूप से इस्तीफा सौंपा। प्रदर्शनकारियों में भूपेन्द्र देवांगन, यवंशत साहू, सतीश यादव, दीप कंवर, ज्योति यादव, गोमती साहू, नीलेश्वरी, दीपक कुमार समेत बड़ी संख्या में संविदा कर्मचारी शामिल थे।