कुरूद में नशे के कारोबार को लेकर शहरवासियों का गुस्सा उबल पड़ा। नशे के कारण आए दिन होने वाली घटना-दुर्घटनाओं को देखते हुए बड़ी संख्या में लोग कारगिल चौक में एकत्रित हो गए और रैली निकाल कर नगर पंचायत और थाना का घेराव कर प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि नशे का अवैध कारोबार के चलते कुरूद बदनाम हो रहा है।
नगर में जगह-जगह गांजा, शराब और नशीली दवाईयों का अवैध कारोबार हो रहा है, लेकिन इसकी जानकारी होने के बाद भी स्थानीय प्रशासन के कानों में जूं तक नहीं रेंग रहा। आलम यह है कि आज कुरूद नगर में ऐसा कोई बस्ती नहीं, जहां नशे का कारोबार न होता हो। नेता प्रतिपक्ष भानु चन्द्राकर ने कहा कि कांग्रेस शासित नगर पंचायत और उनके नेताओं ने छह महीने में कुरूद को नशा मुक्त करने का वादा किया था, लेकिन नतीजा सिफर रहा।
पुलिस और जिला प्रशासन भी मूकदर्शक बना हुआ है। ऐसे में कुरूद के युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। नशा और अपराध मुक्त कुरूद बनाने के लिए अब सड़क की लड़ाई लड़ने का समय आ गया है। प्रदर्शनकारियों में पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष रविकांत चन्द्राकर, मूलचंद सिन्हा, कृष्णकांत साहू, योगेन्द्र सिन्हा, रवि चन्द्राकर, पिन्टू चन्द्राकर, लोकेश सिन्हा, खिलेन्द्र चन्द्राकर आदि उपस्थित थे।