लोकतंत्र के इस महोत्सव में जमकर मत पड़े। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार धमतरी में 83 फीसदी, कुरूद में 84 फीसदी और सिहावा में 77 फीसदी मतदाताओं ने अपने मतों का उपयोग किया।
•Nov 21, 2018 / 03:34 pm•
Deepak Sahu
धमतरी. जिले के धमतरी, कुरूद और सिहावा विधानसभा क्षेत्र में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव हुआ। लोकतंत्र के इस महोत्सव में जमकर मत पड़े। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार धमतरी में 83 फीसदी, कुरूद में 84 फीसदी और सिहावा में 77 फीसदी मतदाताओं ने अपने मतों का उपयोग किया। चुनाव के दौरान काफी गहमा-गहमी रही। कई जगह भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में उलझे। ईवीएम मशीनें बिगडऩे से कई केन्द्रों में कुछ देर के लिए मतदान भी प्रभावित हुआ। इस चुनाव में युवाओं का उत्साह देखते बनता था। और तो और दिव्यांगों, बुजुर्गों और महिलाओं ने भी लोकतंत्र के प्रति अपनी गहरी आस्था व्यक्त की। सबसे अच्छी बात यह रही कि माओवाद प्रभावित रिसगांव समेत करीब दो दर्जन गांवों में भी जमकर मतदान हुआ।
धमतरी. जिले के धमतरी, कुरूद और सिहावा विधानसभा क्षेत्र में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव हुआ। लोकतंत्र के इस महोत्सव में जमकर मत पड़े। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार धमतरी में 83 फीसदी, कुरूद में 84 फीसदी और सिहावा में 77 फीसदी मतदाताओं ने अपने मतों का उपयोग किया। चुनाव के दौरान काफी गहमा-गहमी रही। कई जगह भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में उलझे। ईवीएम मशीनें बिगडऩे से कई केन्द्रों में कुछ देर के लिए मतदान भी प्रभावित हुआ। इस चुनाव में युवाओं का उत्साह देखते बनता था। और तो और दिव्यांगों, बुजुर्गों और महिलाओं ने भी लोकतंत्र के प्रति अपनी गहरी आस्था व्यक्त की। सबसे अच्छी बात यह रही कि माओवाद प्रभावित रिसगांव समेत करीब दो दर्जन गांवों में भी जमकर मतदान हुआ।
धमतरी. जिले के धमतरी, कुरूद और सिहावा विधानसभा क्षेत्र में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव हुआ। लोकतंत्र के इस महोत्सव में जमकर मत पड़े। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार धमतरी में 83 फीसदी, कुरूद में 84 फीसदी और सिहावा में 77 फीसदी मतदाताओं ने अपने मतों का उपयोग किया। चुनाव के दौरान काफी गहमा-गहमी रही। कई जगह भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में उलझे। ईवीएम मशीनें बिगडऩे से कई केन्द्रों में कुछ देर के लिए मतदान भी प्रभावित हुआ। इस चुनाव में युवाओं का उत्साह देखते बनता था। और तो और दिव्यांगों, बुजुर्गों और महिलाओं ने भी लोकतंत्र के प्रति अपनी गहरी आस्था व्यक्त की। सबसे अच्छी बात यह रही कि माओवाद प्रभावित रिसगांव समेत करीब दो दर्जन गांवों में भी जमकर मतदान हुआ।
धमतरी. जिले के धमतरी, कुरूद और सिहावा विधानसभा क्षेत्र में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव हुआ। लोकतंत्र के इस महोत्सव में जमकर मत पड़े। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार धमतरी में 83 फीसदी, कुरूद में 84 फीसदी और सिहावा में 77 फीसदी मतदाताओं ने अपने मतों का उपयोग किया। चुनाव के दौरान काफी गहमा-गहमी रही। कई जगह भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में उलझे। ईवीएम मशीनें बिगडऩे से कई केन्द्रों में कुछ देर के लिए मतदान भी प्रभावित हुआ। इस चुनाव में युवाओं का उत्साह देखते बनता था। और तो और दिव्यांगों, बुजुर्गों और महिलाओं ने भी लोकतंत्र के प्रति अपनी गहरी आस्था व्यक्त की। सबसे अच्छी बात यह रही कि माओवाद प्रभावित रिसगांव समेत करीब दो दर्जन गांवों में भी जमकर मतदान हुआ।
धमतरी. जिले के धमतरी, कुरूद और सिहावा विधानसभा क्षेत्र में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव हुआ। लोकतंत्र के इस महोत्सव में जमकर मत पड़े। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार धमतरी में 83 फीसदी, कुरूद में 84 फीसदी और सिहावा में 77 फीसदी मतदाताओं ने अपने मतों का उपयोग किया। चुनाव के दौरान काफी गहमा-गहमी रही। कई जगह भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में उलझे। ईवीएम मशीनें बिगडऩे से कई केन्द्रों में कुछ देर के लिए मतदान भी प्रभावित हुआ। इस चुनाव में युवाओं का उत्साह देखते बनता था। और तो और दिव्यांगों, बुजुर्गों और महिलाओं ने भी लोकतंत्र के प्रति अपनी गहरी आस्था व्यक्त की। सबसे अच्छी बात यह रही कि माओवाद प्रभावित रिसगांव समेत करीब दो दर्जन गांवों में भी जमकर मतदान हुआ।
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