प्रथम पॉली की परीक्षा सुबह 10 बजे से शुरू हुई। इसके आधे घंटे पूर्व ही परीक्षार्थी परीक्षा केन्द्रों में पहुंच गए थे। 9.50 बजे केन्द्राध्यक्षों ने परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र और परिचय पत्र की जांच की। इसके अलावा पर्स, मोबाइल और अन्य सामाग्रियों को परीक्षा केन्द्र के बाहर निकलवाया। इसके बाद ही परीक्षार्थियों को केन्द्रों में प्रवेश दिया गया। सुबह 10.02 बजे प्रश्न पत्रों का वितरण कर नियमों की जानकारी दी गई।
परीक्षार्थी घनाराम साहू, तामेश्वरी साहू, कृतिका देवांगन, पुष्पा नेताम ने बताया कि परीक्षा 2 घंटे की हुई। कुल 100 अंक के प्रश्न पूछे गए थे, जिसमें छत्तीसगढ़ का सामान्य ज्ञान, छत्तीसगढ़ी भाषा का ज्ञान, गणित समेत अन्य विषयों के 10-10 अंकों के प्रश्न पूछे गए थे। छत्तीसगढ़ी के हांत मारना मुहावरे का अर्थ का उत्तर भी परीक्षार्थी नहीं जान पाए। इसी तरह एक चिरई अइसा, पूंधी म दू पइसा प्रश्न ने परीक्षार्थियों को उलझाए रखा। धमतरी जिले भर में इस परीक्षा के लिए 18 केन्द्र बनाए गए थे। प्रथम पॉली में परीक्षा के लिए 3804 परीक्षार्थियों में से 6006 उपस्थित रहे। वहीं 2202 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।
इसी तरह द्वितीय पाली की परीक्षा दोपहर 2 बजे से बीसीएस शासकीय पीजी कालेज और नारायण राव मेघावाले कालेज में हुई। इसमें 754 में से 330 उपस्थित और 424 अनुपस्थित रहे। एक गलत उत्तर में कटेंगे एक चौथाई अंक
परीक्षा में उत्तर लिखने के लिए परीक्षार्थियों को ओएमआर शीट प्रदान किया गया। प्रत्येक प्रश्न के उत्तर में 1 और 2 अंक निर्धारित है। गलत उत्तर पर माइनस मार्किंग रखी गई थी। एक प्रश्न का गलत उत्तर लिखने पर एक चौथाई अंक काटने की भी शर्त इसमें रखी गई है। यही वजह है कि जिन प्रश्नों का उत्तर नहीं मालूम उसे अधिकांश परीक्षार्थियाें ने हल करना ही छोड़ दिया।
परीक्षा में उत्तर लिखने के लिए परीक्षार्थियों को ओएमआर शीट प्रदान किया गया। प्रत्येक प्रश्न के उत्तर में 1 और 2 अंक निर्धारित है। गलत उत्तर पर माइनस मार्किंग रखी गई थी। एक प्रश्न का गलत उत्तर लिखने पर एक चौथाई अंक काटने की भी शर्त इसमें रखी गई है। यही वजह है कि जिन प्रश्नों का उत्तर नहीं मालूम उसे अधिकांश परीक्षार्थियाें ने हल करना ही छोड़ दिया।
प्राचार्य/समन्वयक व्यापमं परीक्षा श्रीदेवी चौबे ने बताया कि अपेक्स बैंक और जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक में कर्मचारियों की भर्ती के लिए दो पालियों में भर्ती आयोजित हुई। नकल का कोई भी प्रकरण नहीं मिला है। परीक्षा शांति पूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।