उल्लेखनी है कि केन्द्र सरकार की ओर से भारत माला परियोजना के तहत रायपुर और विशाखापटनम के बीच 464 किमी लंबी सिक्स-लेन सड़क बनाई जा रही है। रायपुर से विशाखापटनम रोड की छत्तीसगढ़ में लंबाई मात्र 124 किमी होगी। इसके लिए निर्माण कार्य बड़ी तेज गति से चल रही है। जिले में नगरी वनांचल के ग्राम बेधवापथरा, खैरभर्री, सारंगपुरी, करैहा से होकर यह सड़क बनाया जा रहा हैं। निर्माणाधीन सड़क कार्य के लिए बड़ी मात्रा में फ्लाईऐश, राखड़ मंगाया (Dhamtari news) गया है, जिससे सड़क का बेस बनाने के लिए उपयोग किया जा रहा है, लेकिन झमाझम बारिश के चलते यह राखड़ पानी के तेज बहाव के साथ किसानों के खेत में बह गया है, जिससे खेतों में लगी धान की फसल पूरी तरह से उसमें दब गया।
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किसानों की मेहनत की फसल राखड़ में दबने से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। पिछले तीन दिनों से खेतों में धान का पौधा राखड में दबा हुआ है, जिससे फसल मरनासन्न स्थिति में पहुंच गई है। किसान रामनारायण ध्रुव, देवी लाल, सुरेन्द्र ध्रुव ने कहा कि इस साल पहले मौसम की लेटलतीफी से किसानों को परेशानी हुई और जब मानसून सक्रिय होकर बरसने लगा, तब सिक्स-लेन सड़क का कार्य का मलबा ने किसानों की सारी मेहनत पर पानी फेर दिया है। जनपद सदस्य कीर्ति मरकाम ने प्रभावित किसानों के हित में कृषि विभाग की टीम से सर्वे कराकर मुआवजा देने की मांग की है। किसानों ने मांगा मुआवजा किसान रामप्रसाद मरकाम, जगन्नाथ मंडावी ने बेधवापथरा, खैरभर्री, सारंगपुरी और करैहा के किसानों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए शासन-प्रशासन (CG Hindi News) से गुहार लगाई है। उन्होंने कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी से फसल नुकसान का सर्वे कराकर संबंधित किसानों को क्षतिपूर्ति देने की मांग की है।