बच्चों के पालक कह रहे कि अब बच्चे कहां परीक्षा दिलाएंगे। किस भाषा में उनकी परीक्षा ली जाएगी, क्योंकि वे तो इंग्लिश मीडियम से आए थे। स्कूल में तो अब तक इंग्लिश मीडियम स्कूल का कोई बोर्ड भी नहीं है। प्राचार्य कहते हैं कि हिन्दी मीडियम को इंग्लिश मीडियम में बदलने की प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पाई है। हमने तो पालकों को पहले ही कह दिया था कि वे अपने बच्चों को जहां से टीसी निकलवाएं, वहीं वापस डाल दें।
पुराने स्कूल में एडमिशन के लिए लगेगी 4 माह की फीस Dhamtari Atmanand School : पालकों का कहना है कि पुराने स्कूल में वापस भर्ती के लिए जाते हैं तो चार महीने की स्कूल फीस सहित स्कूल बस किराया भी मांग रहे हैं। कमजोर सरकारी तंत्र के चलते आज उनके बच्चों का भविष्य अधर में है।
पालक दामिनी कुंभकार, संगीता साहू, ओमकार साहू, हिरेन्द्र साहू ने बताया कि आमदी के आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में 10 गांवों के बच्चों के प्रवेश लिया। लेकिन कक्षाएं शुरू नहीं हुई। सिर्फ आश्वासन मिलता रहा। फिर स्कूल प्रबंधन ने चुनाव के बाद कक्षाएं शुरू होने की बात कही। (atmanand english medium school) चुनाव के बाद भी हालात नहीं बदले तो 90 में से 50 बच्चों ने दूसरे स्कूलों में प्रवेश ले लिया। अभी 40 बच्चे इसी स्कूल में हैं। पालक अब शिक्षामंत्री से इसकी शिकायत करने की बात कह रहे हैं।
स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल आमदी मेे शिक्षक भर्ती के लिए वैकेंसी निकाली थी। आचार संहिता के चलते यह नहीं हो पाई। (atmanand school) शासन से मार्गदर्शन मांगा था, लेकिन कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। मामले को कलेक्टर के संज्ञान में लाया गया, जिसमें उन्होंने बच्चों को पुराने स्कूल में भेजने की बात कही है। 60 बच्चे चले गए हैं। बाकी के पालकों को भी पुराने स्कूल में पढ़ाने कहा गया है।
-एल.डी. चौधरी, प्रभारी डीईओ, धमतरी 10 गांवों के बच्चों ने लिया है प्रवेश नगर पंचायत आमदी के स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में शिक्षक की नियुक्ति के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए उन्हें अन्य स्कूलों में दाखिला दिलाया गया है। उम्मीद है जल्द ही इस समस्या का समाधान हो जाएगा।
– नम्रता गांधी, कलेक्टर, धमतरी