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CG Accident 2024: दिन डूबने के बाद हुए ज्यादातर हादसे
पुलिस के अनुसार ज्यादातर सड़क हादसों में ओवर स्पीड, नशा, गलत तरीके से ओवरटेक जैसी लापरवाही सामने आई है। ज्यादातर हादसे अलसुबह व दिन डूबने के बाद हुए। कई सड़कों का चौड़ीकरण हो गया है जरूरी। साल-2024 के अंतिम महीने दिसंबर में भी दुर्घटनाओं का दौर चला। 9 दिसंबर से 22 दिसंबर तक 8 बड़े हादसे हुए। इनमें 6 की मौत हुई और 16 घायल हुए। शहर से गुजरे नेशनल हाइवे, भखारा रोड, नगरी रोड, रायपुर रोड में सर्वाधिक हादसे हुए। यातायात पुलिस ने ऐसे स्थानों का दौरा किया, लेकिन स्टॉपर लगाने से ज्यादा कुछ नहीं हुआ। यातायात पुलिस ने सड़क निर्माण करने वाले पीडब्ल्यूडी को दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों में जरूरी व्यवस्थाएं करने कहा, लेकिन एक भी सुझाव पर अमल नहीं हुआ। कहीं-कहीं विभाग द्वारा सफेद पट्टी से मार्किंग की गई। जरूरी इंतजाम कहीं पर भी नहीं किया गया।
जिले में सड़क दुर्घटना एक नजर में
वर्ष दुर्घटना घायल मौत 2018 347 314 133 2019 317 304 126 2020 309 301 145 2021 222 215 114 2022 334 301 151 2023 369 390 168 2024 355 388 167 कुल 2250 2213 1004 14 दिसंबर : सेहराडबरी के पास टैंकर ने बाइक सवार पुलिस जवान को रौंद दिया। संबलपुर निवासी पुलिस जवान की मौके पर मौत हुई।
15 दिसंबर : भाठागांव स्थित एफसीआई गोदाम के पास रेत भरे हाइवा ने बाइक को रौंद दिया। एक युवती की मौत हुई। 17 दिसंबर : भखारा डोमा जुनवानी के बीच बाइक सड़क किनारे पिल्लर से टकरा गई। एक की मौत हुई।
21 दिसंबर : अछोटा पुल में खड़ी ट्रेक्टर को रेत भरी हाइवा ने ठोकर मारी। बंजारी निवासी मजदूर चंद्रकांत यादव की दबने से मौत हो गई। 22 दिसंबर : भखारा रोड कोलियारी के पास कार सामने चल रही ट्रक में घुस गई। हंचलपुर निवासी धनराज साहू, लिकेश साहू की मौत हो गई।
दिसंबर में गई 6 जान
सड़क हादसों में बढ़ोतरी के लिए ज्यादातर गलत तरीके से ओवरटेक करना, शराब पीकर गाड़ी चलाना, ओवर स्पीड वाहन चलना जैसे कारण प्रमुख है। वाहन चालक अनुशासित हो तो दुर्घटनाओं में निश्चित रूप से कमी आएगी। जिले में अब की स्थिति में एक ब्लैक या ग्रे-स्पॉट नहीं है। पूर्व के ब्लैक स्पॉट दुर्घटना नहीं होने की दशा में हट गए। कुछ सड़कों का चौड़ीकरण होना भी जरूरी है। सड़क में कुछ खामी मिलती है तो संबंधित विभाग को पत्र व्यवहार कर सुधारने का आग्रह भी करते हैं। मणीशंकर चंद्रा, डीएसपी यातायात