जिले में रोजगार के अवसर नहीं है। इसके अलावा यहां शासकीय विभागों में नौकरी के अवसर भी कम है, इसलिए शासन ने जिला रोजगार अधिकारी को हर साल प्लेसमेंट कैंप लगाने का निर्देश दिया है। कैंप लगाने से पहले कालेज, ग्राम पंचायत, शासकीय कार्यालयों आदि के माध्यम से प्रचार-प्रसार करना अनिवार्य है, ताकि ज्यादा से ज्यादा युवा इसका लाभ उठा सके, लेकिन जिला रोजगार दफ्तर मेें इसका पालन नहीं हो रहा है। अचानक कभी भी बिना प्रचार-प्रसार के प्लेसमेंट कैंप लगा दिया जाता है।
शनिवार को सुरक्षा गार्ड भर्ती के लिए लगाए प्लेसमेंट कैम्प में ऐसा ही नजारा देखने को मिला। जानकारी नहीं होने के चलते जरूतमंद युवा इसका लाभ नहीं उठा पाए। उल्लेखनीय है कि कैंप लगाने से पहले विभिन्न माध्यमों से प्रचार किया जाता, तो युवाओं की भीड़ लग जाती। क्योंकि मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत कई युवा सुरक्षा गार्ड का प्रशिक्षण ले चुके हैं। वे अब नौकरी की तलाश में भटक रहे हैं।
करना पड़ा घंटों इंतजार
सूत्रों की माने तो सुरक्षा गार्ड के लिए प्लेसमेंट कैम्प सुबह 11 बजे शुरू हुआ। दोपहर 12 बजे तक सिर्फ दो युवाओं का आवेदन जमा हुआ था। इसके बाद एक भी युवा आवेदन करने आगे नहीं आए। घंटों इंतजार करने के बाद नियोजक संस्था के अधिकारी मायूस होकर वापस रायपुर लौट गए।