बीपीएल श्रेणी के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए शासन की ओर से जिले के निजी स्कूलों में 25 प्रतिशत सीटें आरक्षित किया जाता है। इस साल नियमों में परिवर्तन कर दिया गया है, जिससे सीटों की संया काफी कम हो गई है। जिला शिक्षा विभाग से मिली जानकारी अनुसार इस साल जिले में औसतन करीब 205 निजी स्कूलों ने अपना पंजीयन कराया है।
प्रथम चरण में निजी स्कूलों में प्रवेश के लिए 15 अप्रैल की स्थिति में 3800 आवेदन प्राप्त हुए हैं। स्क्रूटनी का काम शुरू हो गया है। जिले में इसके लिए 63 नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इनके माध्यम से ही ऑनलाइन आवेदन के साथ ही मिले अन्य दस्तावेजों का वेरिफिकेशन किया जा रहा है।
बताया गया है कि वेरिफिकेशन के दौरान आवेदक का आधार कार्ड, बच्चे का आधार कार्ड, बीपीएल राशन कार्ड में नाम, गरीबीरेखा प्रमाण पत्र समेत अन्य दस्तावेजों की बारिकी से जांच की जा रही है। बताया गया है कि कई पालकों ने आवेदन तो जमा किया है, लेकिन कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों को जमा ही नहीं किया है। ऐसे में आवेदन के निरस्त होने की आशंका बनी हुई है। 18 अप्रैल से स्क्रूटनी की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
CG RTE Admission Update: दूसरे चरण के लिए आवेदन 1 जुलाई से
आरटीई के तहत दूसरे चरण के लिए 1 जुलाई से आवेदन मंगाया गया है। बताया गया है कि 8 जुलाई तक छात्र अपना पंजीयन करा सकते हैं। 9 जुलाई से 15 जुलाई तक नोडल अधिकारी दस्तावेजों की जांच करेंगे। 17 जुलाई से 20 जुलाई तक लॉटरी निकालकर सीटों का आबंटन किया जाएगा।CG RTE Admission Update: 10 सीट में भर्ती के लिए मिले 400 आवेदन
उधर दूसरी ओर सीट कम और आवेदन ज्यादा मिलने से इस साल अधिकांश बच्चों को मायूस होना पड़ेगा। पालक पीयूष मरकाम, कैलाश साहू, हेमंत सोनवानी ने बताया कि वे अपने बच्चों को आरटीई योजना के तहत प्रवेश के लिए मशक्कत कर रहे हैं। पिछले साल पसंदीदा स्कूल में सीट कम होने से जगह नहीं मिली। इस साल 69 सीटें कम कर दी गई है। डीईओ टीआर जगदल्ले ने बताया कि अआरटीई योजना के तहत कुल 1057 सीटें निर्धारित है। तय शेड्यूल के अनुसार ही लॉटरी निकालकर चयनित बच्चों को निजी स्कूलों मेें प्रवेश दिलाया जाएगा।