साफ छवि के चलते दोबारा मिला मौका उल्लेखनीय है कि सांसद सोलंकी की संगठन में अच्छी पकड़ है। वहीं उनकी साफ छवि होने व कोई आरोप नहीं लगने से भी उनका दावा मजबूत था। युवा चेहरा होने के साथ ही संगठन व संघ के पदाधिकारियों की पसंद के चलते उन्हें दोबारा मौका मिला है। खास बात यह कि सांसद अभी 40 वर्ष के हैं और भाजपा में एससी वर्ग के इस उम्र के नेताओं की कमी है।
विरोध हुआ दरकिनार उल्लेखनीय है कि भाजपा का एक धड़ा सांसद के खिलाफ था। सूत्रों की माने तो सांसद की करीब दो हजार से ज्यादा शिकायतें संगठन के नेताओं को की गई थी। विरोधियों के कई प्रयास करने के बाद भी संगठन ने सांसद पर एक बार फिर भरोसा जताया।
पांच साल में कई करोड़ों के कार्य सांसद के पिछले पांच साल के कार्यकाल की बात की जाए तो उन्होंने लोकसभा क्षेत्र में करीब 25 हजार करोड़ के विकास कार्य किए। वहीं कई ट्रेनों के स्टाॅपेज स्टेशनों पर करवाए। वहीं लोकसभा के रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प भी इन दिनों चल रहा है। इसके अलावा सड़कों को लेकर भी कार्य किए।देवास लोकसभा एक नजर में
2019 लोकसभा चुनाव परिणाम विजयी प्रत्याशी: महेंद्रसिंह सोलंकी (भाजपा) प्राप्त मत-862429 निकटतम प्रतिद्वंद्वी-प्रहलादसिंह टिपानिया (कांग्रेस) प्राप्त मत-490180 वोट का अंतर-372249 ——————— पिछले लोकसभा चुनाव में संसदीय क्षेत्र की विधानसभा सीटों की स्थिति
-देवास- भाजपा -हाटपीपल्या-कांग्रेस (2020 उपचुनाव में-भाजपा) -सोनकच्छ- कांग्रेस -आष्टा-भाजपा -शाजापुर- कांग्रेस -कालापीपल- कांग्रेस -शुजालपुर- भाजपा -आगर- भाजपा (2019 उपचुनाव में-कांग्रेस) —————————– लोकसभा प्रत्याशी का परिचय
नाम-महेंद्रसिंह सोलंकी पिता का नाम: राम सोलंकी माता का नाम :- भारती सोलंकी जन्म दिनांक: 11 अप्रैल 1984 भाषा:- हिंदी, अंग्रेजी, मालवी शिक्षा:- बीए, एलएलबी निवासी:- नरखेड़ी तहसील देवास
करियर-2006 से 2009 तक वकालात की, 2009 में अतिरिक्त जिला लोक अभियोजक के पद पर पदस्थ हुए। छह माह बाद 2010 में सिविल जज परीक्षा पास कर बुरहानपुर में न्यायाधीश का पद ग्रहण किया। इसके बाद बड़नगर, रतलाम, भोपाल में पदस्थ रहे। 2019 में न्यायाधीश के पद से इस्तीफा देकर देवास लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की।