पैर भी चेक कर रहे अधिकारी
दिव्यांग प्रमाण पत्र लेकर पहुंच रहे है। जहां पर इनके प्रतिशत के आधार पर तय किया जा रहा है। कई लोग ऐसे भी पहुंच रहे है जिनके पास कोई दस्तावेज नहीं है। सोमवार को आए कई कर्मचारियों ने फ्रैक्चर की बात कही। किसी ने कहा कि उसका पैर टूट गया तो दिक्कत आती है। किसी ने कहा कि वे ज्यादा देर तक खड़े नहीं रह सकते हैं। जिस पर अधिकारियों ने उनके पैर भी चैक किए। बहानेबाजी पकड़ में आने पर सख्ती से चुनाव ड्यूटी करने की हिदायत भी दी।
किसी को शादी में शामिल होना तो कोई ससुर की सेवा करना चाह रहा है
चुनाव के समय लोगों को सेवा भी जाग गई है। किसी ने शादी की पत्रिका लगाकर चुनाव से राहत मांगी है तो किसी का कहना है कि उन्हें ससुर की सेवा करना है। हालांकि गंभीर हृदय रोग, कैंसर, मातृत्व के आधार पर छूट भी मिल रही है। एक बैंक के कर्मचारी ने गजब का तर्क दिया कि चुनाव में ड्यूटी लगने से बैंक ही खाली हो जाएगी।
अभी तक 200 आवेदन आए
चुनावी ड्यूटी में बचने के लिए बहाने बनाकर भी बचने की कोशिश कर रहे है। प्रशासन सख्ती से बहाने बाजों की जांच कर रहा है। जिपं में 200 आवेदन पहुंचे हैं। आवेदक और इनके दस्तावेजों में मिलान कर जिला अस्पताल भेजा जा रहा है। जहां से फिट-अनफिट की रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।